लंदन : पहली बार वैश्विक स्तर पर एक पीढी में गरीबी बढ सकती है. यहां शुरू किए गए एक अभियान में चेतावनी दी गई है कि यदि विश्व के नेता इस साल संयुक्त राष्ट्र के दो महत्वपूर्ण सम्मेलनों में असमानता और जलवायु परिवर्तन पर अहम फैसले करने में विफल रहते हैं तो करीब एक अरब लोगों को भयंकर गरीबी का सामना करना पड सकता है.
एक हजार से अधिक संगठनों के एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन द्वारा यह चेतावनी दी गई है. ‘एक्शन 2015’ अभियान के तहत सितंबर में न्यूयार्क में होने वाले संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन को लक्ष्य बनाया गया है जिसमें 2000 में तय सहस्त्रब्दी विकास लक्ष्यों की जगह एक नए एजेंडा पर चर्चा की जाएगी.
वहीं इस अभियान के तहत दिसंबर में पेरिस में होने वाले सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन के मुद्दों से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की जाएगी.