2009 में पहली बार कोर्ट हाजत से रमेश हेंब्रम हुआ था फरार

जमुई . 17 जनवरी 2009 को रमेश हेंब्रम अपने 12 साथियों के साथ पहली बार कोर्ट हाजत में बमबारी कर व सुरक्षा में तैनात सिपाहियों के आंख में मिर्ची का पाउडर डालकर भागने में सफल रहा था. इसके साथ इस दिन नक्सली व कुख्यात अपराधी मुन्ना साव, विवेका यादव, विशेश्वर यादव, वसीर मियां, शहाबुद्दीन मियां, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 9:02 PM

जमुई . 17 जनवरी 2009 को रमेश हेंब्रम अपने 12 साथियों के साथ पहली बार कोर्ट हाजत में बमबारी कर व सुरक्षा में तैनात सिपाहियों के आंख में मिर्ची का पाउडर डालकर भागने में सफल रहा था. इसके साथ इस दिन नक्सली व कुख्यात अपराधी मुन्ना साव, विवेका यादव, विशेश्वर यादव, वसीर मियां, शहाबुद्दीन मियां, रंजीत यादव, गोरेलाल तांती, विलास यादव, तुफा मुर्मू भी भागने में सफल रहा था. इस घटना में हवलदार विनोद यादव व रविक ांत भी घायल हो गया था. रमेश हेंब्रम और अन्य शातिर अपराधियों को छुड़ाने में पूर्व से कोर्ट परिसर में रहे रमेश गिरोह के सदस्यों ने बमबारी किया था. 2014 में दूसरी बार फरार हुआ था रमेश हेंब्रमजमुई . विगत तीन जून 2014 को रमेश हेंब्रम कोर्ट हाजत में पेशी के लिए आने के पश्चात टनटन मिश्रा, उमा पासवान, जयराम यादव व पिंटू राम के साथ कोर्ट हाजत के बाथरुम में सुरंग खोद कर दूसरी बार भी भाग निकला. हालांकि इसके बाद पुलिस ने कोर्ट हाजत से फरार हुए अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान भी चलाया था. लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया था. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो कोर्ट हाजत में सुरंग खोद कर बाहर निकलने के पश्चात हाजत के पिछले वाली दीवार फांद कर रमेश पूर्व से वहां रहे अपने मोटर साईिकल वाले साथी के साथ भाग निकला था.

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