वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के पहले अमेरिका के एक प्रभावशाली सीनेटर ने ओबामा प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर ड्रोन खरीदने के भारत के आग्रह पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो भारत ये मानवरहित विमान कहीं और से खरीद सकता है.
सीनेटर मार्क वार्नर ने अमेरिकी विचार समूह ‘अटलांटिक काउंसिल’ को अपने संबोधन में कहा कि संभावनाएं व्यापक होंगी जहां दूसरे देश तेजी से बढ रहे हैं. ‘‘अगर भारत को अमेरिका के तौर पर कोई भागीदार नहीं मिलता है तो उसे वह कहीं और से पा सकता है.’’वार्नर सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष हैं.
ओबामा 26 जनवरी को भारत की गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत जाने वाले हैं. उनके साथ प्रतिनिधिमंडल में वार्नर भी शामिल होंगे. बहरहाल, वार्नर ने कहा कि ड्रोन के लिए भारत के अनुरोध पर फिलहाल क्या स्थिति है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
एक सवाल के जवाब में वार्नर ने उम्मीद जताई कि पेंटागन भारत के साथ सह विकास और सह उत्पादन की अपनी पहल में ड्रोन को शामिल कर सकता है. अधिग्रहण, प्रौद्योगिकी और साजोसामान के लिए रक्षा उप मंत्री फ्रैंक केंडेल अगले सप्ताह नई दिल्ली जाएंगे जहां वह सह विकास और सह उत्पादन संबंधी विभिन्न प्रस्तावों पर भारतीय अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे.
वार्नर ने कहा कि भारत में अमेरिकी हितों के बारे में बहुत कुछ कहा गया लेकिन भारतीय निवेश को अमेरिका में लाने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि कौशल विकास और साइबर प्रौद्योगिकी सहित, भारत अमेरिका सहयोग के कई अवसरों से दोनों देशों को लाभ होगा.
वॉर्नर ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा का भारत दौरा उसी तरह सफल होगा जिस तरह पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस दौरा सफल हुआ था. उन्होंने कहा ‘‘हमें उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है जहां सफलता की संभावना अधिक है.’’