ओबामा के दौरे से पहले भारतीय मूल के फ्रैंक इस्लाम को मार्टिन लूथर किंग जूनियर पुरस्कार मिला

वाशिंगटनः एक और भारतीय मूल के व्यक्ति ने सात समंदर पार अमेरिका में अपनी धरती का नाम रौशन किया है. प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी उद्यमी एवं जन कल्याण से जुड़े फ्रैंक इस्लाम को वहां प्रतिष्ठित मार्टिन लूथर किंग जूनियर पुरस्कार से नवाजा गया है. महान नेता की विरासत को दरसाने वाला यह सम्मान फ्रैंक को उनकी अंतरराष्ट्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2015 10:45 AM
वाशिंगटनः एक और भारतीय मूल के व्यक्ति ने सात समंदर पार अमेरिका में अपनी धरती का नाम रौशन किया है. प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी उद्यमी एवं जन कल्याण से जुड़े फ्रैंक इस्लाम को वहां प्रतिष्ठित मार्टिन लूथर किंग जूनियर पुरस्कार से नवाजा गया है. महान नेता की विरासत को दरसाने वाला यह सम्मान फ्रैंक को उनकी अंतरराष्ट्रीय सेवाओं और लोगों से जुड़ने की उनकी प्रवृत्ति के लिए दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में जन्मे फ्रैंक इस्लाम को कल मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष हैरी जॉनसन ने यह वार्षिक पुरस्कार सपनों को जीवित रखने के लिए उनकी मुहिम के लिए प्रदान किया. इस्लाम ने महान अमेरिकी नेता मार्टिन लूथर किंग और महात्मा गांधी के बीच के संबंधों को बयां करते हुए कहा कि दोनों महान नेताओं के बीच अमिट रिश्ता है और यह पुरस्कार पाकर वह काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
पुरस्कार दिये जाने पर इस्लाम ने कहा, किंग 1954 में भारत दौरे पर गए थे और उन्होंने गांधी से अहिंसा आंदोलन की सीख ली थी. एक भारतीय-अमेरिकी के रूप में किसी महान नेता की याद में सीधे तौर पर या अप्रत्यक्ष तौर पर उन्हें सम्मानित करने वाला यह पुरस्कार पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं.
उन्होंने अपने भाषण में कहा, किंग और गांधी मेरे निजी जीवन, परमार्थ कार्यो और जन सेवा के कार्यों में मेरे जीवन को आलोकित करने हैं. इसी तरह किंग पेगी (पेगिलियन बार्टेल) को डोरोथी आयी हाइट लीडरशिप पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वार्षिक पुरस्कार की शुरु आत 1991 में जाने माने नागरिक अधिकार नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर और महान नेता डोरोथी आयी हाइट की याद में की गयी थी, जिनका प्रभाव देश और विदेश दोनों जगह रहा है.

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