2015 : बदला आतंक का मिजाज, हो सकते हैं और हमले

मेलबर्न : सिडनी बंधक प्रकरण और पेरिस तथा बेल्जियम की घटनाओं के मद्देनजर ऑस्ट्रेलिया के एक प्रमुख रक्षा विशेषज्ञ ने इस साल आतंकवादी हमलों में और बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त की है. ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के क्लार्क जोंस ने कहा कि चरमपंथियों और उनके हमलों को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं. वैश्विक विशेषज्ञों के समूह के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2015 7:30 AM

मेलबर्न : सिडनी बंधक प्रकरण और पेरिस तथा बेल्जियम की घटनाओं के मद्देनजर ऑस्ट्रेलिया के एक प्रमुख रक्षा विशेषज्ञ ने इस साल आतंकवादी हमलों में और बढ़ोतरी की आशंका व्यक्त की है. ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के क्लार्क जोंस ने कहा कि चरमपंथियों और उनके हमलों को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं.

वैश्विक विशेषज्ञों के समूह के साथ हिंसक चरमपंथ से निबटने और हस्तक्षेप के लिए देश के पहले केंद्र सेंटर फॉर इंटरवेंशन एंड काउंटरिंग वायलेंट एक्ट्रीमिज्म की स्थापना पर काम कर रहे जोंस ने कहा, ‘एक साल में आतंक का मिजाज बदला है. आज हम जहां भी हैं, वह बीते समय से भिन्न है.’ एबीसी न्यूज ने जोंस के हवाले से कहा, ‘हर किसी से अलग तरह से निपटना होगा, क्योंकि चरमपंथी बनाने का कोई एक पहलू नहीं है.’

जोंस ने कहा, ‘इसमें (केंद्र में) सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं, मनोवैज्ञानिक भी हैं और संभवत: कुछ मामलों के लिए मनोचिकित्सक भी. लेकिन ये सभी स्थिति को समझने और चरमपंथ के स्तर का आकलन करने की कोशिश करेंगे तथा इस दिशा में काम करेंगे.’

यह आतंकवाद से पीड़ित साल होनेवाला है. मेरा मानना है कि इस साल हमें और अधिक छोटे स्तर के हमले देखने को मिलेंगे.

क्लार्क जोंस रक्षा विशेषज्ञ, ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी

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