साऊदी अरब के राजा अब्दुल्लाह का निधन, मोदी ने दी श्रद्धांजलि
साऊदी अरब के राजाशाह अब्दुल्लाहका शुक्रवार को निधन हो गया. वे 90 वर्ष के थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका निधन शुक्रवार सुबह हुआ लेकिन खबरे काफी देर के बाद लोगों को मिली. फिलहाल मौत की वास्तविक वजह का पता नहीं चल पाया है. सऊदी अरब के सरकारी टीवी चैनल ने शुक्रवार सुबह क़ुरान की […]
साऊदी अरब के राजाशाह अब्दुल्लाहका शुक्रवार को निधन हो गया. वे 90 वर्ष के थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका निधन शुक्रवार सुबह हुआ लेकिन खबरे काफी देर के बाद लोगों को मिली. फिलहाल मौत की वास्तविक वजह का पता नहीं चल पाया है.
सऊदी अरब के सरकारी टीवी चैनल ने शुक्रवार सुबह क़ुरान की तिलावत रोक कर शाह अब्दुल्लाह की मृत्यु की घोषणा की.
बताया जा रहा है कि फेफड़े में संक्रमण के कारण उन्हें 31 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आइएस के आतंक को करारा जवाब देने के लिए अब्दुल्ला को पहचाना जाता था.
A few days ago I spoke to Crown Prince Salman & enquired about King Abdullah's health. News of King Abdullah's passing away is saddening.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2015
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह अब्दुल्लाह की मृत्यु पर उन्हें श्रद्धाजंलि दी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "शाह अब्दुल्लाह के रूप में हमने एक महत्वपूर्ण आवाज खो दी है."
Our thoughts are with the people of Saudi Arabia, who have lost a guiding force in King Abdullah, during this hour of grief.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2015
शाह अब्दुल्लाह के सौतेले भाई 79 वर्षीय सलमान इब्न अब्दुल अजीज सऊदी अरब के नए बादशाह होंगे. शाह सलमान 2012 से ही राजकुमार और देश के रक्षा मंत्री हैं. शाह अब्दुल्लाह साल 2005 में अपने सौतेले भाई और सऊदी अरब के तत्कालीन राजा शाह फ़हद की मौत के बाद सत्ता में आए थे.
In King Abdullah, we have lost an important voice who left a lasting impact on his country. I condole his demise.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2015
दुनिया के सर्वाधिक तेल निर्यातक देश और अमेरिका से करीबी संबंध होने के कारण नये उत्तराधिकारी को लेकर दुनियाभर की नजरें साऊदी अरब पर थीं.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरती तेल की कीमतें भी उनके सामने चुनौती बनकर आड़े आयेंगी. इस्लामिक स्टेट के बढते दायरे को भी अपने राज्य को बचाना उनके लिए प्रमुख मुद्दों में से एक होगा.