वाशिंगटन : एक पूर्व शीर्ष अमेरिकी जनरल ने पाकिस्तान में हक्कानी नेटवर्क सहित आतंकवादियों के पनाहगाहों की मौजूदगी के मद्देजनर इन्हें निशाना बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि ‘‘आतंकवादी ठिकाने’’ अफगानिस्तान की सुरक्षा के लिए भारी खतरा बन चुके हैं.
जनरल (सेवानिवृत्त) जॉन एम. कीने ने संसदीय सुनवाई के दौरान सीनेट आम्र्ड सर्विसेज कमिटी के सदस्यों को बताया, ‘‘अमेरिका के जो दो (अमेरिकी) राष्ट्रपति इसे करने में नाकाम रहे, इसमें हमें आगे बढने की जरुरत है और इसलिए पाकिस्तान के अंदर मौजूद इन ठिकानों का खात्मा करना होगा, जिनके जरिए अफगानिस्तान के अंदर इनके अभियानों को खुफिया, सहयोग और प्रशिक्षण मुहैया कराया जाता है.’’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में यह अफगान तालिबान ठिकाने हैं और खासकर हक्कानी नेटवर्क को तो अलकायदा की तरह ही निशाना बनाया जाना चाहिए.
एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘इन्हें निशाना बनाने से हम इन्हें और उनके कमांड को तहस नहस करेंगे तथा उनके अभियानों एवं नियंत्रण को नेस्तनाबूद करेंगे. इसे शुरु करने के लिए हमारे पास मौका है.’’ कीने ने आतंकवाद का मुकाबला करने वाले अमेरिकी बलों को 2016 में अफगानिस्तान से वापस बुलाने या अफगान सुरक्षा बलों में मौजूद इनकी वर्तमान संख्या में भी कमी लाने का सुझाव दिया। अफगान सुरक्षा बलों में इनकी संख्या 3,25,000 है.