मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन

फोटो,नं.- 7 (जागरुकता शिविर में भाग लेते न्यायाधीश )प्रतिनिधि, जमुई स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सजल मंदिलवार की अध्यक्षता में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए जिला जज श्री मंदिलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2015 6:03 PM

फोटो,नं.- 7 (जागरुकता शिविर में भाग लेते न्यायाधीश )प्रतिनिधि, जमुई स्थानीय व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सजल मंदिलवार की अध्यक्षता में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए जिला जज श्री मंदिलवार ने कहा कि मध्यस्थता विवादों को निपटाने की सरल, निष्पक्ष एवं आधुनिक प्रक्रिया है. इसके द्वारा मध्यस्थ अधिकारी दबाबरहित वातावरण में विभिन्न पक्षों के विवादों का निबटारा करते हैं. उन्होंने कहा कि इस पद्धति के द्वारा विवादों का जल्द से जल्द निबटारा होता है, जो कि खर्चरहित है. इस प्रक्रिया से मुकदमों के झंझट से मुक्ति मिलती है. साथ ही न्यायालय पर भी मुकदमों का बोझ कम होता है. सीजेएम सह प्राधिकार के सचिव ब्रजमोहन सिंह ने कहा कि मध्यस्थता के तहत विवादों का हमेशा के लिए प्रभावी व सर्वमान्य समाधान होता है तथा इसमें पक्षों की सहमति को महत्व दिया जाता है. इसमें विवादों के समाधान में पक्षों की सहमति को महत्व दिया जाता है. यह एक गोपनीय प्रक्रिया है. यह एक ढांचागत प्रक्रिया है और इसकी कार्य प्रणाली भी अलग है. इस अवसर पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दयालाल प्रसाद, भोलानाथ तिवारी, राजेश कुमार, किशोर प्रसाद, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी उमेश कुमार पांडेय, द्वितीय श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अमरेंद्र कुमार,देवराज कुमार समेत दर्जनों अधिवक्ता व प्राधिकार कर्मी मुकेश रंजन,मनोज कुमार, संजीव कुमार पांडेय, विनय कुमार, उत्तम कुमार आदि मौजूद थे.

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