मई में चीन के दौरे पर जाएंगे नरेंद्र मोदी, मुख्य मुद्दा मानसरोवर यात्रा होगा
बीजिंग :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वर्ष मई महीने में चीन के दौरे पर जाएंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बीजिंग में भारतीय समुदाय से मिलने के बाद भारतीय मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी. पीएम के दौरे की तारीखों का एलान रविवार को किया जाएगा. सुषमा स्वराज ने कहा क दोनों देशों के बीच […]
बीजिंग :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस वर्ष मई महीने में चीन के दौरे पर जाएंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बीजिंग में भारतीय समुदाय से मिलने के बाद भारतीय मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी. पीएम के दौरे की तारीखों का एलान रविवार को किया जाएगा. सुषमा स्वराज ने कहा क दोनों देशों के बीच मुख्य मुद्दा मानसरोवर यात्रा होगा.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भारत और चीन के बीच रिश्तों को और मजबूत करने के लिए चीन के दौरे पर हैं. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रोटोकॉल तोड़कर सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगे. भारत के लिए सुषमा स्वराज का यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण है. से में इस दौरे से पहले सुषमा संभावनाओं की नयी शुरूआत होगी.
बराक ओबामा और नरेंद्र मोदी की बढ़ती घनिष्ठता और अमेरिका-भारत की नजदीकियों से खफा चीन के साथ फिर से संबंध सुधारने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन दौरे पर हैं. तय कार्यक्रम के अनुसार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग प्रोटोकॉल तोड़कर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा से मिलेंगे.
विदेश मंत्री सुषमा चार दिवसीय चीन दौरे पर कल ही बीजिंग पहुंची हैं. वह यहां राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करेंगी तथा अपने चीन के समकक्ष के साथ व्यापक द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगी. पिछले साल विदेश मंत्री बनने के बाद 62 वर्षीय सुषमा का यह पहला चीन दौरा है.
माना जा रहा है कि सुषमा तिब्बत में कैलाश-मानसरोवर यात्रा के लिए दूसरे मार्ग को खोलने को लेकर इंतजामों को अंतिम रूप देंगी. बीते साल चीन ने भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए दूसरा मार्ग खोलने पर सहमति जताई थी. सिक्किम के नाथु ला दर्रे से होकर कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए दूसरा मार्ग अगले कुछ महीने में खुल सकता है.
इस मार्ग से जाने में तीर्थयात्रियों को काफी आसानी होगी. सुषमा के साथ नये विदेश सचिव एस जयशंकर और मंत्रालय के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी यहां पहुंचे हैं. दो दिनों पहले विदेश सचिव नियुक्त होने के बाद जयशंकर का यह पहला विदेश दौरा है. उन्होंने सुजाता सिंह का स्थान लिया है.
जयशंकर साल 2013 में अमेरिका के लिए राजदूत नियुक्त होने से पहले चीन में ही भारत के राजदूत थे. चीन दौरे पर सुषमा अपने चीन के समकक्ष वांग यी के साथ ‘दोनों देशों से संबंधित द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगी.’ दोनों पक्ष इस साल के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे की संभावना भी तलाशेंगे. सुषमा चीन और रुस के अपने समकक्षों के साथ आरआईसी शिखर बैठक में भी शामिल होंगी.