कम उम्र ही बन रहे ‘क्राइम उस्ताद’, पुलिस का छूट रहा पसीना
नाबालिगों की नशे की लत ने बढ़ायी रेल पुलिस की परेशानी, लुटेरों के सॉफ्ट टारगेट में होते हैं बाहरी यात्री आनंद तिवारी, पटना रेल परिसर में नाबालिगों की करतूत ने रेल पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए यह नाबालिग न सिर्फ रेल यात्राियों की जेब पर […]
नाबालिगों की नशे की लत ने बढ़ायी रेल पुलिस की परेशानी, लुटेरों के सॉफ्ट टारगेट में होते हैं बाहरी यात्री
आनंद तिवारी, पटना
रेल परिसर में नाबालिगों की करतूत ने रेल पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है. अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए यह नाबालिग न सिर्फ रेल यात्राियों की जेब पर हाथ साफ कर दे रहे हैं, बल्कि आरक्षित बोगियों से उनका सामान भी उड़ा देरहे हैं. पिछले दिनों जीआरपी मेंनाबालिग गैंग के कई सदस्यों की गिरफ्तारी उनकी सक्रियता बताती है.
जब पकड़ाये थे बंटी-बबली
ट्रेनों में 27 से अधिक चोरी की घटनाओं को अंजाम देनेवाले ‘बबली’ रेल पुलिस ने ‘बंटी’ के साथ पिछले साल रंगे हाथों पकड़ा था. मोनी सिंह उर्फ यास्मिन नाम की यह युवती लंबी दूरी की ट्रेनों के एसी कोच में अपने पार्टनर मोनू के साथ महंगे सामान पर हाथ साफ करती थी. इसके लिए यास्मिन पटना से मुगलसराय तक जाती थी. इस तरह के मामले दानापुर मंडल के जीआरपी थाने में सिर्फ एक बार नहीं, बल्कि कई बार सामने आये, लेकिन अधिकतर मामले दर्ज ही नहीं हो पाते.
चोर गिरोह की टूटी खामोशी
सूत्रों के अनुसार कुछ दिनों की खामोशी के बाद चोर गिरोह की सक्रियता बढ़ गयी है. दानापुर मंडल से गुजरने वाली ट्रेनों में एक बार फिर चोर गिरोह घटनाओं को अंजाम देने लगे हैं. मुगलसराय और गया रूट में चोरी की वारदातों पर अंकुश नहीं लग पाने से इनके हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं. कोचों में घुसे चोर पलक झपकते ही मोबाइल और पर्स पार कर देते हैं. तीन दिनों में आधा दर्जन से ज्यादा घटनाएं सामने आयी हैं, जिनमें चोरों ने लाखों का माल पार कर दिया है. चोरी की वारदात कम होने के बजाय अधिक होते जा रहे हैं.
बढ़ायी जा रही है सुरक्षा व्यवस्था
पटना जीआरपी ने कम उम्र के बच्चों को चोरी के आरोप में कई बार पकड़ा है. बच्चे नशे की लत में आ कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं. सबसे अधिक चोरी जंकशन और पटना-मुगलसराय मार्ग पर होती है. यहां रेल पुलिस सुरक्षा व्यवस्था और अधिक बढ़ा रही है. नशे करनेवाले बच्चों सहित अन्य उचक्कों पर भी नजर रखी जा रही है. अधिकारियों के कई निर्देश दिये गये हैं.
– संजय पांडे, इंस्पेक्टर, जीआरपी
तब साधु गोप गिरोह पकड़ाया था
ट्रेनों में यात्रियों के चप्पल-जूतों की पॉलिश करनेवाले कुछ लड़कों को पुलिस ने अरेस्ट किया था, तब साधु गोप गिरोह का खुलासा हुआ था. फुलवारी इलाके में रहनेवाले साधु ने साधु गोप नाम से गिरोह बना रखा था. इसके गिरोह के सभी सदस्य ट्रेनों में यात्राियों के चप्पल-जूते पॉलिश करते थे. मौका पाते ही ये लोग यात्राियों के सामान पार कर देते थे. जानकारों का कहना है कि पटना जंकशन पर स्मैक के नशेड़ियों की संख्या काफी अधिक बढ़ गयी है. नशे की लत पूरा करने के लिए कम उम्र के बच्चे यात्राियों को शिकार बनाते हैं. खासकर बाहरी यात्राी इनके सॉफ्ट टारगेट होते हैं. रेलवे पुलिस ऐसे ही गिरोह के आधा दर्जन बच्चे को गिरफ्तार कर हजारों रुपये के सामान बरामद कर चुकी है.
आंकड़े व हकीकत में अंतर
ट्रेनों में चोरी को अंजाम देनेवाले विभिन्न गिरोह हर दिन यात्राियों के हजारों रुपये उड़ा रहे हैं, लेकिन रेल पुलिस के पास इसका आंकड़ा काफी कम है. रेल पुलिस के अनुसार 10 माह में 6.23 लाख रुपये गायब हुए हैं. गुरुवार को ही दिल्ली से पटना आ रही मगध एक्सप्रेस में चोरों ने एस 5 कोच में दो यात्राियों को निशाना बनाया. पटना सिटी निवासी मनोज कुमार सिंह का पर्स पार कर दिया गया, जिसमें करीब 1900 रुपये थे. इसी कोच में सफर कर रही नेहा सिन्हा का चोरों ने पर्स कर लिया, जिसमें 2300 रुपये व पर्स में मोबाइल फोन था. यह तो महज एक बानगी है.
पुलिसिया चक्कर के कारण यात्राी छोटी-छोटी पॉकेटमारी की सूचना पुलिस को नहीं देना चाहते हैं. इस तरह लाखों का आंकड़ा पुलिस के पास नहीं पहुंच पाता है.