40 साल बाद पाकिस्तान में पूछेगा गब्बर – अरे ओ सांबा..कितने आदमी थे…
कराची : अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र अभिनीत 1975 की बेहद सफल और भारतीय सिनेमा को एक नया मोड़ देने वाली फिल्म ‘शोले’ को पहली बार पाकिस्तान में दिखाया जाएगा. पाकिस्तान मनोरंजन जगत से जुड़े एक प्रमुख फिल्म प्रदर्शक और वितरक ने पहली बार पाकिस्तान में भारतीय फिल्म ‘शोले’ को प्रदर्शित करने का फैसला किया है. […]
कराची : अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र अभिनीत 1975 की बेहद सफल और भारतीय सिनेमा को एक नया मोड़ देने वाली फिल्म ‘शोले’ को पहली बार पाकिस्तान में दिखाया जाएगा.
पाकिस्तान मनोरंजन जगत से जुड़े एक प्रमुख फिल्म प्रदर्शक और वितरक ने पहली बार पाकिस्तान में भारतीय फिल्म ‘शोले’ को प्रदर्शित करने का फैसला किया है. हिंदुस्तान में यह फिल्म 40 साल पहले रिलीज हुई थी.
निर्देशक रमेश सिप्पी और उनके पिता जीपी सिप्पी द्वारा निर्मित 1975 में आयी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र मुख्य भूमिका में हैं.
मांडवीवल्ला इंटरटेनमेंट के मालिक नदीम मांडवीवल्ला ने बताया कि पाकिस्तानी सिनेमा घरों में यह फिल्म कभी प्रदर्शित नहीं हुयी और यहां के लोगों ने केवल इसे पायरेटेड तरीके से देखा है.
मांडवीवल्ला ने बताया, मुझे लगता है कि हर दूसरे पाकिस्तानी ने यह फिल्म देखी है या इसके बारे में जानता है और मुझे लगा कि क्यों नहीं पाकिस्तान में बडे पर्दे पर इसे प्रदर्शित किया जाए क्योंकि सिनेमा घरों में इस फिल्म को देखने का आनंद कमाल का है.
‘शोले’ को क्लासिक और अनूठी फिल्म करार देते हुये मांडवीवल्ला ने बताया कि यह फिल्म सिनेमा घरों में सभी पीढी के लोगों को आकर्षित करेगी. मांडवीवल्ला का पाकिस्तान में 23 मार्च को सार्वजनिक अवकाश के मौके पर इस फिल्म को प्रदर्शित करने की योजना है.