मध्याह्न भोजना योजना कर्मी (रसोइया ) संघ के सदस्यों ने निकाला मार्च

फोटो, नं.- 6 (प्रदर्शन करती रसोईया )प्रतिनिधि, जमुई बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना कर्मी (रसोइया ) संघ जिला शाखा की ओर से स्थानीय श्रीकृष्ण स्टेडियम से मार्च निकाला गया. मार्च स्टेडियम से आरंभ होकर नगर के विभिन्न चौक -चौराहों से गुजरता हुआ समाहरणालय के समक्ष पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया. मौके पर उपस्थित रसोइया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 7:03 PM

फोटो, नं.- 6 (प्रदर्शन करती रसोईया )प्रतिनिधि, जमुई बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना कर्मी (रसोइया ) संघ जिला शाखा की ओर से स्थानीय श्रीकृष्ण स्टेडियम से मार्च निकाला गया. मार्च स्टेडियम से आरंभ होकर नगर के विभिन्न चौक -चौराहों से गुजरता हुआ समाहरणालय के समक्ष पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया. मौके पर उपस्थित रसोइया संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए एपवा के राज्य सचिव सह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एटक शशि यादव ने कहा कि जिले में रसोइयों की हालत काफी खराब है और महीनों से इनके मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि 8 से अधिक महीने से आप सबों का मानदेय बकाया है और अधिकारियों के लापरवाही की वजह से 12 महीने में से मात्र 10 माह का वेतन मिलता है. सरकार इन रसोइयों को बेगार समझती है. परंतु अब इन सबों के खिलाफ लड़ाई शुरू हो चुकी है और रसोइया अपना हक लेकर रहेंगी. ऐक्टू प्रभारी वासुदेव राय ने कहा कि बिहार की राजनीतिक परिस्थिति उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है. मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने को दलित, महादलित व गरीबों का मसीहा बताने में लगे हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार को अविलंब बंदोउपाध्याय कमेटी की अनुशंसा लागू करनी चाहिए और अमीरदास आयोग की पुर्ननियुक्ति करनी चाहिए. अंत में रसोईया संघ के सदस्यों द्वारा अपनी सात सूत्री मांगों से संबंधित एक मांग पत्र भी जिलाधिकारी को सौंपा गया. इस अवसर पर सविता देवी, संगीता देवी, गीता देवी, शांति देवी, रिंकु देवी, मधुमिता सिन्हा, राणा अजीत कुमार, नीतु देवी, मुनी देवी आदि मौजूद थे.

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