जानें एचएसबीसी की लिस्ट किसका कितना धन

विदेशी बैंकों में जमा ‘धन’ भारत लाने की विपक्ष की मांग के बीच ‘द इंडियन एक्सप्रेस-ले मोंड-इंटरनेश्नल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ के संयुक्त तत्वावधान में 1195 भारतीयों की सूची जारी की है, जिनके एचएसबीसी में खाते हैं. इसमें उद्योगपतियों,राजनेताओं और उनके परिजनों के नाम हैं. ये सभी खाते संदिग्ध नहीं हैं. यह भी नहीं कह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 10, 2015 12:20 PM
विदेशी बैंकों में जमा ‘धन’ भारत लाने की विपक्ष की मांग के बीच ‘द इंडियन एक्सप्रेस-ले मोंड-इंटरनेश्नल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ के संयुक्त तत्वावधान में 1195 भारतीयों की सूची जारी की है, जिनके एचएसबीसी में खाते हैं. इसमें उद्योगपतियों,राजनेताओं और उनके परिजनों के नाम हैं.
ये सभी खाते संदिग्ध नहीं हैं. यह भी नहीं कह सकते कि खातों में जमा राशि ‘काला धन’ है. आइए, देखें एचएसबीसी बैंक में किसके खाते में कितना धन जमा है.
मुकेश अंबानी
266 लाख/ 164.92 करोड़
भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी के नाम से वर्ष 2001 में एचएसबीसी में खाता खोला गया. वर्ष 2006-07 में इनके खाते में 266 लाख डॉलर जमा थे.
वर्ष 2007 में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का खाता खोला गया, जिसमें 1038 लाख डॉलर (638 करोड़ रुपये) जमा हैं.
इंडिया अगेंस्ट करप्शन ने मुकेश अंबानी पर स्विस बैंक में खाता रखने का आरोप लगाया था, तो अंबानी ने कहा था कि उनका कोई खाता विदेशी बैंक में नहीं है.
त्नरिलायंस के प्रवक्ता ने कहा कि विदेश के किसी बैंक में आरआइएल या मुकेश अंबानी का गैरकानूनी खाता नहीं है.
अनिल अंबानी
266 लाख 164.3 करोड़
मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी के एचएसबीसी खाता में 266 लाख डॉलर जमा हैं. वर्ष 2005 में एचएसबीसी ने व्यक्तिगत रूप से अनिल से संपर्क कर उनका खाता खुलवाया और दो दिन बाद खाते में इतनी बड़ी राशि ट्रांसफर की गयी. अंबानी की मां कोकिलाबेन का भी इस बैंक में खाता है, लेकिन उसका विवरण उपलब्ध नहीं है.
– अनिल अंबानी के कार्यालय ने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि देश के बाहर किसी भी बैंक में अनिल अंबानी का कोई खाता नहीं है.
हर्षवर्धन नेवटिया, विनोद नेवटिया, 5.03 लाख/3.1 करोड़
पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त अंबुजा नेवटिया ग्रुप के चेयरमैन और सुपर लीग फुटबॉल टीम के सह मालिक हर्षवर्धन नेवटिया के परिवार के एचएसबीसी जिनेवा में तीन खाते हैं.
एक खाता उनके दिवंगत पिता विनोद कुमार नेवटिया का है, जिसमें वर्ष 2006-07 में 5,03,000 डॉलर जमा थे. मधु नेवटिया के खाते में उपलब्ध राशि का जिक्र नहीं है.
त्नहर्षवर्धन नेवटिया ने कहा, ‘खाता मेरे पिता ने खोला था, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं.
मैंने आयकर अधिकारियों से कहा है कि यदि मेरे या मेरे परिवार की कोई देनदारी बनती है, तो हम उसका भुगतान करने के लिए तैयार हैं.’
अनुराग डालमिया
96 लाख/59.5 करोड़
विभिन्न क्षेत्रों में व्यवसाय करनेवाली कई कंपनियों के समूह डालमिया (ब्रोस) प्राइवेट लिमिटेड के वाइस चेयरमैन अनुराग ने वर्ष 2000 में एचएसबीसी में खाता खोला, जिसके आंकड़े बताते हैं कि उनके चार खातों में 96 लाख डॉलर जमा हैं.
पत्नी जयंती के साथ संयुक्त खाता है. आवासीय पता में नयी दिल्ली स्थित तीस जनवरी मार्ग का जिक्र है.
– अनुराग डालमिया ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
संजीव लांबा,
6.45 लाख / 4 करोड़
डिप्लोमैट होटल के मालिक संजीव और उनकी पत्नी मधुलिका प्रत्येक के खाते में वर्ष 2006-07 में 6,44,923 डॉलर जमा थे. खाता वर्ष 2000 में खोले गये थे.
– संजीव के चार्टर्ड एकाउंटेंट ने कहा कि उनके क्लाइंट ने सबसे पहले स्वीकार किया था कि विदेश में उनका खाता है. उन्होंने आयकर विभाग को अपने खाते से हुए तमाम लेन-देन का विवरण जमा करा दिया है.
मनु छाबरिया परिवार
1410 लाख/874 करोड़
‘टेकओवर टायकून’ वर्ष 2002 में मनु छाबरिया के निधन के बाद जंबो ग्रुप की कमान संभालनेवाली उनकी पत्नी विद्या मनोहर के एचएसबीसी बैंक में 2006-07 में 392.5 लाख डॉलर जमा थे. उनकी बेटी कोमल और दामाद राजीव वजीर के चार खातों (दो संयुक्त खाते) में 616 लाख डॉलर, दूसरी बेटी किरण मनोहर छाबरिया के खाते में 401.5 लाख डॉलर थे.
– कोमल ने मैसेज का जवाब नहीं दिया
महेश टीकमदास थड़ानी
406.1 लाख/251.7 करोड़
होम डेकोरेशन सामग्री के आयातक ने वर्ष 2001 में जकार्ता से एचएसबीसी में खाता खोला. वर्ष 2006-07 में उनके खाते में 406.1 लाख डॉलर थे.
खाता में बेंगलुरु का पता भी था, लेकिन बर्ली स्ट्रीट स्थित थड़ानी परिवार का यह घर एक दशक पहले बिक चुका था. मोमबत्ती और मोमबत्ती स्टैंड जैसी घरेलू सजावट के सामानों के आयातक ने खात खोलते समय खुद को भारतीय नागरिक बताया था.
त्नसंपर्क स्थापित नहीं हो सका.
अनु टंडन
57.2 लाख/35.8 करोड़
उत्तर प्रदेश के उन्नाव लोकसभा से कांग्रेस की सांसद रहीं अनु टंडन रिलायंस के लिए इलेक्ट्रॉनिक फर्म चलाती थीं. उनके पति पूर्व आइआरएस अफसर संदीप टंडन निधन से पहले रिलायंस में काम करते थे. वर्ष 2005 में खोले गये उनके खाते में रिकॉर्ड के मुताबिक, 57.2 लाख डॉलर थे.
वर्ष 2014 के चुनाव में घोषित अपनी संपत्ति के विवरण में उन्होंने इस खाते का जिक्र नहीं किया था.
– भारत के बाहर मेरा कोई खाता नहीं है. मेरे पति ने खाता खोला होगा, तो मुङो कैसे पता चलेगा? ऐसी बातों से पीड़ा होती है.
दत्ताराज वासुदेव औरदीप्ति सलगांवकर
51.7 लाख / 32 करोड़
वीएम सलगांवकर ग्रुप के एमडी और मालिक लौह अयस्क खनन, शिपिंग, हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी के व्यवसाय से जुड़े हैं. मुकेश और अनिल अंबानी की बहन दीप्ति उनकी पत्नी हैं.
गोवा में इनके कई संस्थान समाजसेवा से जुड़े हैं. दत्ताराज के नाम से खाता में कोई रकम नहीं है, लेकिन दीप्ति के खाते में 51.7 लाख डॉलर थे. इनके बच्चों विक्रम और इशेता के नाम से अलग-अलग खाते हैं, लेकिन उसमें जमा राशि का जिक्र नहीं है.
त्न दत्ताराज सलगांवकर ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया
कुलदीप सिंह धींगड़ा और गुरबचन सिंह धींगड़ा
41.4 लाख/25.6 करोड़
बजर्र पेंट्स के चेयरमैन कुलदीप सिंह धींगड़ा, उनके भाई और कंपनी के वाइस चेयरमैन गुरबचन सिंह धींगड़ा ने वर्ष 2005 में एचएसबीसी में खाता खोला. उनकी कंपनी यूके पेंट्स का भी नाम सूची में है.
वर्ष 2006-07 में इनके खाते में संयुक्त रूप से 41.4 लाख डॉलर थे. इसमें भविष्य में आनेवाले फंड का भी जिक्र किया गया है.
– कुलदीप ने कहा कि उन्होंने आरबीआइ और वाणिज्य मंत्रालय को पूरा विवरण दिया. फिर भी उन्हें आयकर की जांच का सामना करना पड़ा. सरकार के बायें हाथ को नहीं मालूम कि दाहिना हाथ क्या कर रहा है.
हमारे साथ जो व्यवहार हो रहा है, उसके खिलाफ हमने हाइकोर्ट में रिट दायर की है. आयकर विभाग को संपत्ति का पूरा विवरण देनेवालों को अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों के साथ नहीं जोड़ना चाहिए.
लाडली परसाद जायसवाल
34.9लाख / 21.6करोड़
भारत में शराब बनानेवाली सबसे बड़ी कंपनी जगजीत इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संस्थापक लाडली परसाद ने वर्ष 2005 में ब्रिटेन की नागरिकता ली और बाद में उनका निधन हो गया.
एचएसबीसी के रिकॉर्ड में उन्हें भारतीय नागरिक बताया गया है. वर्ष 2006-07 में उनके खाते में 34.9 लाख डॉलर थे. अब उनके बेटे कंपनी चलाते हैं.
– जायसवाल परिवार विदेश में है. इसलिए किसी सदस्य से संपर्क नहीं हो सका.
संदीप टंडन
268लाख /166.1 करोड़
भारतीय राजस्व सेवा के भूतपूर्व अधिकारी वीआरएस लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के टैक्सेशन और लायजन यूनिट के हेड बने संदीप मुकेश अंबानी के करीबी थे.
वर्ष 2010 में उनका निधन हुआ. एचएसबीसी में उनके तीन खातों का रिकॉर्ड मिला है, जिसमें अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी को ट्रस्टी बताया गया है. तीनों खातों में 268 लाख डॉलर थे.
श्रवण गुप्ता, शिल्पी गुप्ता
338 लाख/ 209.56 करोड़
एमार एमजीएफ को खड़ा करनेवाले श्रवण गुप्ता और उनकी पत्नी शिल्पी के नाम एचएसबीसी जिनेवा में तीन खाते हैं. खातों का विवरण देने के साथ उन्होंने टैक्स भी अदा किया है. श्रवण के खाते में वर्ष 2006-07 में 323 लाख डॉलर और शिल्पी के साथ संयुक्त खाता में 15 लाख डॉलर जमा थे.
बैंक में खाता खोलते समय उन्होंने नयी दिल्ली के गोल्फ लिंक स्थित आवास का पता दिया है.
– श्रवण गुप्ता ने कोई जवाब नहीं दिया.
कुमार वेणु रमन
30.6लाख/18.97करोड़
भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी वेणु वीआरएस लेकर एस्सार ग्रुप के इन्वेस्टर बने.
सबसे बड़ी क्लिनिकल डॉक्युमेंटेशन टेक्नोलॉजी कंपनी एममोडल इंक के संस्थापक और पूर्व सीइओ ने कंपनी को दो वर्ष पहले जेपी मॉर्गन्स को बेच दिया.
सी-बे इंक के अध्यक्ष रहे. एरीज ग्रूप के सीएमडी हैं. वर्ष 2006-07 में एचएसबीसी में उनके खाते में 30.6 लाख डॉलर जमा थे.
– मैं दो दशक तक एनआरआइ रहा. अपने प्रतिनिधि के माध्यम से आयकर विभाग को सारे विवरण और स्पष्टीकरण दे दिये हैं.
भूषण लाल साहनी और परिवार
26.9 लाख/ 16.7 करोड़
साहनी टायर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर ने 1970 में खाता खोला. 2006-07 में उनके खाते में 20.4 लाख डॉलर थे. उनकी पत्नी स्नेह लता के साथ उनका एक संयुक्त खाता है. बेटे प्रवीण का अलग खाता है. उनके खाते में 6,57,161 लाख डॉलर थे.
– हमने अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट और अन्य
अधिकारियों से कह दिया है कि वे आयकर विभाग के साथ पूरा सहयोग करें.
एडमिरल एसएम नंदा और सुरेश नंदा
23 लाख / 14.2 करोड़
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान नौसेना प्रमुख रहे एडमिरल एसएम नंदा के कार्यकाल के दौरान बेटे सुरेश नंदा पर रक्षा सौदों दलाली लेने के आरोप लगे. रक्षा सौदों के लिए क्राउन कॉरपोरेशन की स्थापना करनेवाले नंदा का वर्ष 2009 में 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.
रिकॉर्ड में दिवंगत एडमिरल और उनके बेटे सुरेश के खाते में 2006-07 में 13.4 लाख डॉलर होने की बात कही गयी है.
सुरेश के साथ संयुक्त खाता में 4,78,864 डॉलर और सुरेश के तीन अन्य खातों में 4,78,532 लाख डॉलर होने की बात कही गयी है.
– मैं 1987 से एनआरआइ हूं. हर वर्ष आय का विवरण आयकर विभाग को देता हूं. किसी संदिग्ध गतिविधि में लिप्त नहीं हूं.
भद्रश्याम कोठारी फैमिली
315.5लाख/195.6 करोड़
चेन्नई की बिजनेस फैमिली कोठारी ग्रुप के चेयरमैन भद्रश्याम कोठारी की पत्नी और दिवंगत धीरूभाई अंबानी की बेटी नीना भद्रश्याम कोठारी और उनकी बेटी नयनतारा और बेटे अजरुन के नाम से वर्ष 2002 में खाते खोले गये. नीना भद्रश्याम कोठारी के खाते में 315.5 लाख डॉलर होने की बात कही गयी है.
– भद्रश्याम कोठारी से संपर्क नहीं हो सका. परिवार के लोगों ने बताया कि वह विदेश में इलाज करा रहे हैं.
मोहम्मद हसीब शॉ
21.3 लाख/13.2 करोड़
कश्मीरी कारपेट और पश्मीना शॉल के जाने-माने निर्यातक ने वर्ष 1997 में एचएसबीसी में खाता खोला. उनके पिता शॉ अब्दुल राशिद संयुक्त खाताधारक हैं. उनके खाते में वर्ष 2006-07 में 21.3 लाख डॉलर जमा थे.
– श्रीनगर कार्यालय के कई चक्कर लगाने के बावजूद उनसे संपर्क नहीं हो सका.
धरम वीर तनेजा
17.5 लाख / 10.8 करोड़
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सीएमडी समेत कई सरकारी और विदेशी बैंकों में काम कर चुके 90 वर्षीय बैंकर तनेजा के खाते में वर्ष 2006-07 में 17.5 लाख डॉलर जमा थे. ये खाते 2001 में खोले गये थे.
पता डिफेंस कॉलोनी, नयी दिल्ली का है.
– तनेजा के परिवार ने बताया कि खाता खोलने और बंद करने का पूरा विवरण आरबीआइ को दिया जा चुका है.
आलोक भरतिया
13.5लाख/8.37करोड़
वर्ष 2000 में स्थापित तेगू टेक के वाइस चेयरमैन और बेंगलुरु में दक्षिण फाउंड्री के संस्थापक आलोक भरतिया ने 2006 में एचएसबीसी में खाता खोला. उनके खाते में 13 लाख डॉलर होने की बात कही गयी है.
– फोन कॉल और एसएमएस रिक्वेस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
बिश्वनाथ गाड़ोदिया 10.7 लाख / 6.6 करोड़
कोलकाता स्थित मंगल स्टील लिमिटेड के एमडी गाड़ोदिया और उनकी पत्नी उषा ने वर्ष 1999 में एचएसबीसी में संयुक्त खाता खोला. वर्ष 2006-07 में उनके खाते में 10.7 लाख डॉलर थे.
– इस विषय में हम आयकर विभाग के संपर्क में हैं. बातचीत चल रही है.
ब्रिजेंद्र कुमार पोद्दार 9.53लाख / 5.9 करोड़
पश्चिम बंगाल में पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पाद का व्यापार करनेवाले परिवार से जुड़े ब्रिजेंद्र कुमार का वर्ष 2005 में एचएसबीसी में खाता खुला. उनके खाते में 9,53,187 डॉलर हैं. कोलकाता में रोमानिया के कौंसुल और ब्रिजेंद्र के बेटे यशवर्धन का उनके साथ संयुक्त खाता है.
– हम आयकर विभाग से बातचीत कर रहे हैं. इस मामले में मुङो कुछ नहीं कहना.
चारू भारती मोदी
रकम की जानकारी नहीं
उद्योगपति कृष्ण कुमार मोदी की बेटी और आइपीएल की शुरुआत करनेवाले ललित मोदी की बहन चारू भारती मोदी ने मोदी एकेडमिक इंटरनेशनल इंस्टीटय़ूशन की स्थापना की और नर्सो की ट्रेनिंग के लिए अपोलो अस्पताल से गंठजोड़ किया. वर्ष 2006 में उन्होंने एचएसबीसी में खाता खोला. खाते में कितनी राशि जमा है, इसका ब्योरा नहीं दिया गया है.
यशोवर्धन बिरला
रकम की जानकारी नहीं
महज 23 साल की उम्र में 20 कंपनियों के समूह यश बिरला ग्रुप के चेयरमैन बने यशोवर्धन बिरला के एचएसबीसी बैंक में खाता होने की बात कही गयी है. हालांकि, खाते में राशि से जुड़ा कोई विवरण बैंक ने जारी नहीं किया है.
त्नकंपनी के एक चार्टर्ड एकाउंटेंट कहा, ‘कानून का पालन करते हुए हम सारी सूचना देते हैं. कभी कुछ नहीं छिपाते.’
सुभाष वसंत साठे, इंद्राणी साठे 7.49 लाख/ 4.64 करोड़
पूर्व केंद्रीय मंत्री वसंत साठे के बेटे सुभाष साठे और बहू इंद्राणी सन वैक्युम फॉर्मर्स प्रा लि और टीआरडब्लयू सन स्टीयरिंग व्हील्स प्रा लि में निदेशक हैं. वर्ष 2002 में खोले गये संयुक्त खाते में वर्ष 2006-07 में 7,49,370 डॉलर थे.
सुभाष ने गौतम नगर नयी दिल्ली, तो इंद्राणी ने साकेत, नयी दिल्ली का पता दर्ज कराया है.
– सुभाष ने कहा, ‘आपको जानकारी होगी, मुङो नहीं. आयकर ने संपर्क नहीं किया है.’
सुरिंदर कपूर 4.06 लाख/2.51 करोड़
सोना कोयो के चेयरमैन सुरिंदर कपूर निर्माण क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में वह नरेंद्र मोदी के साथ जापान गये थे. एचएसबीसी में उन्होंने वर्ष 1999 में पांच खाता खोले. इसमें वर्ष 2006-07 में 4,06,088 डॉलर जमा थे.
त्नकपूर ने कहा, ‘यह पूरी तरह बकवास है. मुङो इसके बारे में कोई जानकारी नहीं.’
नरेश गोयल187लाख /116करोड़
जेट एयरवेज के संस्थापक चेयरमैन नरेश गोयल ने एचएसबीसी में वर्ष 2003 में तीन खाते खोले. वर्ष 2007-08 में उनके खाते में 187 लाख डॉलर थे.
त्नजेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा है कि नरेश गोयल एनआरआइ हैं. दुनिया में कहीं भी खाता खोलने का उनको अधिकार है. वह देश और विदेश में कानून के मुताबिक, आयकर और अन्य कर चुकाते हैं.
रितु (महिमा) चौधरी
राशि की जानकारी नहीं
एचएसबीसी की लिस्ट में एकमात्र अभिनेत्री रितु चौधरी का नाम है. बाद में उन्होंने अपना नाम बदल कर महिमा कर लिया. दार्जीलिंग में जन्मीं अभिनेत्री को बैंक के रिकॉर्ड में टॉप मॉडल बताया गया है, जिसने पेप्सी के विज्ञापन से कैरियर की शुरुआत की. बाद में बोनी मुखर्जी से शादी करनेवाली महिला को सुभाष घई की फिल्म ‘परदेस’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था.
– महिमा ने कहा कि उन्हें इस विषय-वस्तु की कोई जानकारी नहीं है. इसलिए वह कुछ नहीं कहेंगी.
जगदीश राय सूद
राशि की जानकारी नहीं
इरोस ग्रुप के चेयरमैन के एचएसबीसी में खाता होने की बात तो कही गयी है, लेकिन खाते में जमा राशि का कोई जिक्र नहीं है.
त्नसूद ने कहा, ‘जो भी जरूरी था, आयकर विभाग ने किया है. उन्होंने मुझसे संपर्क किया और पाया कि खाता में पैसा है ही नहीं.’
नीलम नारायण राणो औरनीलेश राणो
विवरण उपलब्ध नहीं
महाराष्ट्र के भूतपूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणो की पत्नी नीलम और बड़े बेटे नीलेश के एचएसबीसी में खाते हैं.
नीलम होटल चलाती हैं और नीलेश पिता की विरासत संभाल रहे हैं. नीलम और नीलेश के खातों में जमा राशि का विवरण उपलब्ध नहीं है. इसमें सिर्फ उनकी जन्म तिथि और मुंबई के बांद्रा स्थित आवास की पुष्टि की गयी है.
त्ननीलेश ने कहा, ‘मुङो इस संबंध में कुछ नहीं कहना. मैं ऐसे किसी खाता के बारे में नहीं जानता.’
जितेंद्र विरवानी 14,517/ 9 लाख
एंबेसी ग्रुप के चेयरमैन जितेंद्र विरवानी ने पत्नी के साथ 2001 में एक संयुक्त खाता खोला. वर्ष 2006-07 में उनके खाते में 14,517 डॉलर जमा थे. बैंक में दंपती ने बेंगलुरु का पता दिया है.
– जितेंद्र विरवानी ने कहा, ‘मैंने तमाम अंतरराष्ट्रीय खातों का विवरण आयकर विभाग को दे दिया है. आयकरवालों ने मुङो कुछ कागजात दिखा कर करीब 3.8 लाख रुपये का भुगतान करने को कहा. विरोध स्वरूप और भविष्य में परेशानी से बचने के लिए मैंने उतनी राशि का भुगतान कर दिया.’
डालमिया, 74,038/45.9 लाख
डालमिया समूह की दूसरी और तीसरी पीढ़ी के लोगों के खाते एचएसबीसी में हैं.
जय दयाल डालमिया के निधन के बाद उनके बेटों जय हरि डालमिया और यदु हरि डालमिया ने कारोबार को संभाला. जयहरि और गौतम डालमिया के खाते में 35,969 डॉलर जमा थे वर्ष 2006-07 में. यदु हरि और पुनीत डालमिया के खातों में 38,069 डॉलर जमा थे.
– पुनीत ने कहा, ‘सभी खाते आरबीआइ के नियमों के तहत खोले गये.
वैध डीलरों के जरिये पैसे जमा कराये गये. आयकर ने इस विषय में पूछताछ की और वे हमारे जवाब से संतुष्ट थे.’
परनीत कौर, राशि का पता नहीं
पंजाब के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और यूपीए सरकार में विदेश राज्य मंत्री रहीं परनीत कौर के भी एचएसबीसी में खाता का पता चला है. उनकी जन्मतिथि के अलावा कोई अन्य ब्योरा उपलब्ध नहीं है.
खाते में कितनी राशि है, यह भी नहीं बताया गया है. अक्तूबर, 2014 में परनीत ने कहा था कि आयकर विभाग ने उनसे 2011 में संपर्क किया था.
उन्होंने विभाग को बताया था कि किसी विदेशी बैंक में उनका खाता नहीं है. चुनाव के समय दाखिल किये गये हलफनामे में उन्होंने एचएसबीसी में बैंक खाता का कोई जिक्र नहीं किया है.
त्नमेरा विदेश में कोई अकाउंट नहीं है. अगर मेरी जन्मतिथि और नाम मैच करता हैं तो मैं नहीं जानती कैसे.
स्मिता जयदेव ठाकरे 10.3 लाख/ 64 लाख
शिव सेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पुत्रवधू स्मिता ठाकरे फिल्म निर्माण से जुड़ी हैं. पति जयदेव से विरक्ति के बावजूद वह ‘मातोश्री’ में रहती हैं. बैंक के रिकॉर्ड बताते हैं कि वर्ष 2002 में उन्होंने मुंबई से खाता खुलवाया. वर्ष 2006-7 में उनके खाते में 1,03,236 डॉलर जमा थे.
त्नस्मिता ने मांगी गयी प्रतिक्रिया का कोई जवाब नहीं दिया. उनके स्टाफ ने कहा कि वह बेटे की शादी में व्यस्त हैं.
ओमप्रकाश लोहिया
रकम की जानकारी नहीं
टेक्सटाइल, पॉलिस्टर और इंडस्ट्रियल केमिकल ट्रेड से जुड़ी इंडो रामा ग्रुप के चेयरमैन ओमप्रकाश लोहिया के अलावा उनकी पत्नी उर्मिला और बेटे विशाल के भी एचएसबीसी में खाते हैं.
त्नओम प्रकाश लोहिया ने कहा, ‘खाता मेरे एनआरआइ पिता एमएल लोहिया ने खुलवाया था. खातों में कोई लेन-देन नहीं हुआ. दो वर्ष पहले ही आयकर विभाग को इस संबंध में हमने स्पष्टीकरण दे दिया था.’

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