फ्रेशर्स को अपनी कंपनी में दें मौका

दक्षा वैदकर बेशक कई कंपनियां चाहती हैं कि उन्हें सीखे-सिखाये लोग नौकरी के लिए मिल जाएं, लेकिन आज बहुत-सी कंपनियां नौकरी के लिए ऐसे लोगों को भी खास तवज्जो दे रही हैं, जो पहले से ज्यादा नहीं जानते और इस बात को स्वीकार भी करते हैं. युवाओं को इस बात का फायदा उठाना चाहिए. उन्हें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 12, 2015 5:35 AM
दक्षा वैदकर
बेशक कई कंपनियां चाहती हैं कि उन्हें सीखे-सिखाये लोग नौकरी के लिए मिल जाएं, लेकिन आज बहुत-सी कंपनियां नौकरी के लिए ऐसे लोगों को भी खास तवज्जो दे रही हैं, जो पहले से ज्यादा नहीं जानते और इस बात को स्वीकार भी करते हैं.
युवाओं को इस बात का फायदा उठाना चाहिए. उन्हें बेझिझक यह मानने की आदत डालनी होगी कि उनमें अनुभव की कमी है. सबसे जरूरी बात, उन्हें अपने अधिकारियों को यह महसूस कराना होगा कि उनमें बिल्कुल भी घमंड नहीं है और वे दिल से सीखना चाहते हैं.
जब आप ऐसा करते हैं, तो कोई भी आपको नौकरी पर रखने से मना नहीं करेगा. अधिकारियों को भी फ्रेशर्स को रखने के पहले कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. वह यह कि फ्रेशर होना भी सब चीजें अच्छी होने की गारंटी नहीं देता. इसलिए कोशिश करें कि इन लोगों की नियुक्ति पहले एक छोटी एवं तय अवधि के लिए हो.
इन्हें साफ तौर पर पता हो कि इनके कामकाज और व्यवहार का निरीक्षण किया जा रहा है. इन दोनों क्षेत्रों में कंपनी के मानकों के अनुरूप उतरने पर ही इन्हें स्थायी तौर पर कंपनी का कर्मचारी बनाया जायेगा. ऐसा कहने पर ही ये शुरुआती महीनों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
पहली नौकरी के जरिये ज्यादा-से-ज्यादा काम सीख लेने के इरादे से आये अधिकतर फ्रेशर पूरी लगन के साथ काम करते दिखायी देते हैं. ऐसे में ये लोग कंपनी में आते ही एक सकारात्मक और उत्पादक वर्कफोर्स बन जाते हैं. इन लोगों को काम के लिए एक लॉन्च बैड देकर आप भविष्य के लिए इन्हीं फ्रेशर्स को अपने वफादार कर्मचारी के रूप में तैयार कर सकते हैं.
हालांकि, कई अधिकारी फ्रेशर्स का रिज्यूमे देखते तक नहीं. सीधे कचरे के डिब्बे में डाल देते हैं. यहीं वे गलती करते हैं. याद रहे, फ्रेशर्स को कंपनी के वर्क कल्चर के अनुरूप ढालना कहीं ज्यादा आसान है.
वह अपने साथ ज्यादा पूर्वाग्रह लेकर नहीं आता. उसे साजिशें रचना नहीं आता है. फ्रेशर्स का जोर काम सीखने और इस क्षेत्र में खुद को स्थापित करने पर होता है. इसलिए किसी फ्रेशर को सिर्फ नया होने की वजह से खारिज न करें.
बात पते की..
– फ्रेशर्स को एक मौका जरूर दें. यदि आपने उन्हें मौका दिया और उन्हें अच्छा महसूस कराया, तो वे जिंदगी भर आपके लिए वफादार रहेंगे.
– यदि आप फ्रेशर हैं, तो अपना घमंड बिल्कुल खत्म कर दें. जितना ज्यादा हो सकें, विनम्र रहें. सीखने की कोशिश करें. ये मौका दोबारा नहीं मिलेगा.

Next Article

Exit mobile version