विदेश में हुआ था प्यार देश में हुई थी शादी

बेतिया: जिला मे ऐसे भी प्रेमी युगल हैं जिन्होंने ना केवल साथ जीने मरने की कसम खाई बल्कि अपने प्यार के लिये सबको छोड़ एक दूजे के हुए. ऐसे ही एक प्रेमी युगल हैं जिले के गरीबों के लिये क्रांति करने वाले सीपीआइ के जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति व लौरिया क्षेत्र संख्या 17 की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 14, 2015 8:52 AM
बेतिया: जिला मे ऐसे भी प्रेमी युगल हैं जिन्होंने ना केवल साथ जीने मरने की कसम खाई बल्कि अपने प्यार के लिये सबको छोड़ एक दूजे के हुए. ऐसे ही एक प्रेमी युगल हैं जिले के गरीबों के लिये क्रांति करने वाले सीपीआइ के जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति व लौरिया क्षेत्र संख्या 17 की वार्ड पार्षद अमृता प्रकाश. ऐसे तो जिले के सभी लोग इन्हें गरीबों के हक के लिये लड़ने वाले क्रांति बाबा के नाम से ज्यादा जानते हैं लेकिन लोगों को यह पता नहीं की गुस्सैल प्रवृत्ति के ओम प्रकाश क्रांति के दिल के एक कोने से प्यार का सागर भी बहता है.
25 साल बाद भी याद हैं वे दिन. अमृता प्रकाश ने बताया कि हमारी शादी को 25 साल पूरा हो गये लेकिन वह सभी बात आज भी याद है जब घर वाले शादी को तैयार नहीं थे उस समय मोबाइल और फोन की भी बहुत सुविधा नहीं थी एक दूसरे का हाल और दिल के बात को जानने के लिये बस पत्र ही एक माध्यम था. आज हमारे शादी के कई साल बीतने के बाद हमारे बच्चे भी है और हमारा खुशहाल परिवार है. उस समय का लिखा पत्र आज भी संभाल कर रखा है जो उन दिनों की याद को ताजा करता है.
कैसे हुआ प्यार
केरल की अमृता व बिहार के पश्चिम चंपारण चनपटिया के रहने वाले क्रांति को 1989 में सीपीआइ की तरफ से समाज शास्त्र के अध्ययन के लिये देश से बाहर रूस भेजा गया था. जहां इन दोनों की मुलाकात हुई और पहली मुलाकात से दोनों एक-दूसरे को जचने लेग. विदेश में अपनों से दूर एक दूसरे के दुख-सुख के साथी बने और धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गयी. क्रांति ने बताया कि जब पढ़ाई पूरी करने के बाद वह स्वदेश लौटे तो दोनों ने शादी करने का फैसला किया. लेकिन इस फैसले पर दोनों के घर वालों का विरोध शुरू कर दिया. लेकिन सच्चे प्यार करने वालों की कभी हार नहीं होती है यह सोचते हुए दोनों ने हार नहीं मानी और इनके इश्क के आगे समाज व घर वालों को हारना पड़ा और इनकी शादी 1990 में हो गई.
सच्चे प्यार की नहीं होती है हार
अमृता और ओम प्रकाश क्रांति ने बताया कि सच्चे प्यार में भगवान रहते है आज के युवा अगर परिपक्व होकर सच्‍चा प्यार करे तो वह अच्छी बात है लेकिन अगर केवल वेलेंटाइन डे को मनाने के लिये किये गये प्यार कभी सफल नहीं हो सकता.

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