शाम 6.30 से रात 10 बजे के अंदर दे रहे घटना को अंजाम
विजय सिंह
पटना : डकैतों का गैंग अब आधी रात का इंतजार नहीं कर रहा है. शाम ढलते ही घरों में धावा बोल दे रहे हैं. हर बार नया ट्रेंड अपना कर घर खंगाला जा रहा है. पहले से रेकी हो रही है और फिर हथियार के दम पर बंधक बना कर लूटपाट की जा रही है. शहरी क्षेत्र की बात करें, तो पिछले दो माह के अंदर जो भी डकैती की घटनाएं हुई हैं, उनमें डकैतों ने घटना को अंजाम देने के लिए ज्यादातर शाम का वक्त ही चुना. सभी घटनाओं में गैंग एक ही था या अलग-अलग इसका अनुसंधान जारी है.
डकैतों का गैंग क्रूरता दिखाने के बजाय शातिराना चाल चल रहा है. कभी नकली सीबीआइ ऑफिसर, तो कभी नशीला इंजेक्शन देकर लूटपाट की जा रही है. घटना की टाइमिंग को देखा जाय तो पिछले दो माह में हुई चार घटनाओं में शाम के वक्त ही धावा बोला गया. रात के 10 बजे से पहले घरों को खंगाल कर डकैत भाग निकले.
दिन : 5 दिसंबर, समय : रात 9.30 बजे
फर्जी सीबीआइ ऑफिसर बन कर शास्त्रीनगर में भगवती किराना स्टोर के मालिक विनोद कुमार की दुकान व मकान से कुल 18 लाख की चपत डकैतों ने लगायी थी. डकैत करीब 9.30 बजे घर में घुसे थे.
दिन : 5 जनवरी, समय : शाम 6.30 बजे
राजीव नगर क्षेत्र के जयप्रकाश नगर रोड नंबर दो में शिक्षक जयप्रकाश अस्थाना के घर करीब 6.30 बजे ही घुस गये थे. क्लोरोफॉर्म व नशे का इंजेक्शन देकर की गयी थी लूटपाट.
दिन : 21 जनवरी, समय : शाम 7.00 बजे
दानापुर के आसोपुर में डॉ रंजन कुमार सिंह के घर में शाम करीब सात बजे ही डकैत घुसे थे. डकैतों ने करीब साढ़े चार लाख के सामान उठा कर ले गये थे.
दिन : 22 जनवरी, समय : शाम 6.30 बजे
यह मामला दानापुर क्षेत्र के घुड़दौड़ सिकंदरपुर, नासरीगंज का है. यहां सूर्य नारायण सिंह के मकान में डकैत शाम 6.30 बजे घुस गये थे. परिजनों के अनुसार डकैतों ने घरवालों को बंधक बना कर करीब ढाई लाख का सामान उठा ले गये थे.
गश्त शुरू होने से पहले खंगाल दिये जाते हैं घर
शहरी क्षेत्र के गली-मुहल्लों में पुलिस की गश्त देर रात शुरू होती है. वहीं रात के 10 बजे से पहले अपराधी घटना को अंजाम देकर निकल जाते हैं. चूंकि शाम के समय मुहल्ले में पूरी तरह सन्नाटा नहीं होता, वहीं मुख्य सड़क पर भीड़भाड़ रहती है. इसका फायदा डकैतों को मिलता है. वे भीड़ के सहारे गुप्त स्थान पर पहुंच जाते हैं.