मैक्सिको सिटी : पादरियों के हाथों यौन शोषण का शिकार हुए पीडितों ने पोप फ्रांसिस से अपील की है कि वह अदालत को बच्चों का यौन शोषण करने वाले और अपने अपराधों को ढकने वाले पादरियों को सजा देने की न्यायालय को अनुमति दें. अमेरिका से लेकर अर्जेंटीना, चिली, मेक्सिको और अन्य देशों के पीडितों ने कल जारी पत्र में पोप से कहा, ‘‘ केवल शब्द ही काफी नहीं हैं.’’ पत्र में कहा गया है कि विश्व में कैथोलिक चर्च के प्रतिनिधियों की प्रतिष्ठा और छवि को धूमिल होने से बचाने और बदनामी से बचने के लिए हजारों लडके-लडकियों की कुर्बानी दे दी जाती है. इस चलन पर केवल दीवानी कानूनों और चर्च द्वारा सुधार के जरिए ही लगाम लगाई जा सकती है.
पीडितों ने कहा कि पोप ने चर्च में यौन हिंसा की जो भर्त्सना की है, वह ‘‘अस्पष्ट और विरोधाभासी है’’ क्योंकि यह निंदा और डांट फटकार ‘‘सच्चाई एवं न्याय की ओर किसी संस्थागत प्रक्रिया’’ तक नहीं लेकर जाती. पोप फ्रांसिस ने मार्च 2013 में अपने चयन के बाद से ही यौन शोषण करने वाले पादरियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतने की बात की है. उन्होंने इस महीने एक पत्र लिखकर कडे शब्दों में कहा था कि यौन हिंसा करने वाले पादरियों के अपराध को ढकने की कोशिश कभी नहीं की जानी चाहिए.