वाशिंगटन : राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया है कि अमेरिका चरमराई आव्रजन प्रणाली के कारण उस वैश्विक प्रतिभा को रोक पाने में सक्षम नहीं है जिसे वह अपने विश्वविद्यालयों में प्रशिक्षण देता है. ओबामा ने मियामी स्थित फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में कहा, ‘‘ यह देखना अद्भुत है कि विश्वभर से प्रतिभाशाली युवा अमेरिका में रहने आ रहे हैं. यदि आप इंटेल, गूगल एवं हमारी अन्य प्रतिष्ठित कंपनियों के संस्थापकों और अल्बर्ट आइंस्टीन, एलेक्जेंडर ग्राहम बेल जैसे लोगों का इतिहास देखें तो आप पाएंगे कि वे प्रवासी थे.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस समय हम जो गलती कर रहे हैं, वह यह है कि हम अनेक बेहद प्रतिभाशाली युवाओं को प्रशिक्षण तो दे रहे हैं, वे हमारे विश्वविद्यालयों में पढ रहे हैं, डिग्री प्राप्त कर रहे हैं लेकिन फिर हम उन्हें वापस भेज रहे हैं, जबकि हो सकता है कि वे यहां रकना चाहते हों, यहां व्यवसाय स्थापित करना चाहते हों और हमारे समुदाय में योगदान देना चाहते हों.’’ ओबामा ने कहा, ‘‘ हमने समग्र आव्रजन विधेयक में इस बारे में बात की है कि हम किस प्रकार विशेषकर गणित और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्च डिग्री पाने वाले और महान प्रतिभाओं के धनी युवाओं को अधिक प्रोत्साहन एवं मौके दे सकते हैं.
हम जानते हैं कि इस समय हमारे पास पर्याप्त इंजीनियर नहीं हैं, हमारे पास पर्याप्त संख्या में कम्प्यूटर वैज्ञानिक नहीं हैं.’’ ओबामा ने कहा कि यहां बडी संख्या में विदेशी छात्र पढने आते हैं लेकिन यहां पढने आने वाला हर छात्र अमेरिकी नागरिकता या यहां कानूनी निवास के स्वत: योग्य नहीं हो जाता. इसकी एक कसौटी और प्रक्रिया होगी और सरकार को इसी प्रक्रिया को तेज करना है.