इस्लामाबाद : सत्ता पर अपनी पकड मजबूत करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने सीनेट की 48 सीटों पर हुए चुनाव में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की है. यह चुनाव विवादों में रहा और इसमें वोट खरीदने के आरोप भी लगे.
अनौपचारिक नतीजों के मुताबिक, पीएमएल-एन को चुनावों में बडा जीत मिली और उसने 18 सीटें जीतीं. फिर भी, 104 सदस्यों वाले सदन में उसके 26 सीनेटर ही हैं जबकि विपक्षी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के 27 सीनेटर हैं. पीपीपी ने आठ सीटें जीतीं हैं जबकि क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान की तहरीक ए इंसाफ पार्टी ने सीनेट में पहली बार प्रवेश किया और छह सीटें हासिल कीं.
मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) ने चार सीटों पर अपना परचम लहराया है. राष्ट्रवादी बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (मेंगल) और जमात-ए-इस्लामी भी उच्च सदन में पहुंचने में कामयाब रही हैं. इन चुनावों में बडी जीत दर्ज करने के बावजूद पीएमएल-एन सीनेट में अल्पसंख्यक बनी रहेगी. सीनेट के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए कडा मुकाबला हो सकता है और इसमें छोटी पार्टियों की अहमियत को नकारा नहीं जा सकता है.
दो सदनों वाली संसद में उच्च सदन के अध्यक्ष का पद महत्वपूर्ण समझा जाता है. अगर राष्ट्रपति बीमार हो जाएं, या विदेश यात्रा पर हों या उनकी मृत्यु हो जाए तो उच्च सदन का अध्यक्ष कार्यवाहक राष्ट्रपति होता है.