न्यूयार्क : अमेरिका के प्रमुख लेखकों के एक समूह ने कहा है कि दिल्ली सामूहिक बलात्कार मामले पर बीबीसी की डॉक्यूमेंटरी को प्रतिबंधित करने के भारत सरकार के फैसले का ‘‘उलटा असर’’ हुआ है और दरअसल, फिल्म को प्रतिबंधित करने के प्रयास ने महिला अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मुद्दे पर एक व्यापक बहस को जन्म दे दिया है. पेन अमेरिकन सेंटर ने कहा कि डॉक्यूमेंटरी ‘स्टोरीविले : इंडियाज डॉटर’ पर भारत सरकार की रोक सार्वजनिक हित से जुडे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर लगाम लगाने का एक ‘‘चिंताजनक प्रयास’’ है.
पेन अमेरिकन सेंटर की कार्यकारी निदेशक सुजेन नोसेल ने एक बयान में कहा, ‘‘फिल्म को दबाने की भारत सरकार की कोशिश का बिल्कुल उल्टा असर हुआ है और इसने जटिल सवालों पर व्यापक घरेलू और वैश्विक बहस को जन्म दिया है.’’ नोसेल ने कहा कि फिल्म के गुण दोषों पर बहस करना और यदि इसकी विषयवस्तु में मामले को गलत ढंग से पेश किया गया हो तो इस पर जोर शोर से आवाज उठना बिल्कुल जायज हैं.
जिन लोगों ने फिल्म देखना तय किया है उन्हें इस महत्वपूर्ण विषय पर अपनी राय बनाने और अपना विचार रखने की आजादी होनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘यदि लोग फिल्म के संदेश से असहमत हैं तो वे या तो इसका खंडन कर सकते हैं या फिर इसकी निंदा कर सकते हैं , लेकिन वे इसे प्रतिबंधित करने पर जोर नहीं देंगे.’’