आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों की बैठक
सेविका व सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने पर करेंगे विरोधफोटो,नं.- 4 (बैठक में भाग लेती आंगनबाड़ी सेविका) प्रतिनिधि, जमुई आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों की बैठक जिलाध्यक्ष अनीता अंशु की अध्यक्षता में स्थानीय जयहिंद धर्मशाला के परिसर में हुई. बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्रीमती अंशु ने कहा कि केंद्र व राज्य […]
सेविका व सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने पर करेंगे विरोधफोटो,नं.- 4 (बैठक में भाग लेती आंगनबाड़ी सेविका) प्रतिनिधि, जमुई आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों की बैठक जिलाध्यक्ष अनीता अंशु की अध्यक्षता में स्थानीय जयहिंद धर्मशाला के परिसर में हुई. बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष श्रीमती अंशु ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के सौतेले व्यवहार से आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका अब तंग आ चुकी है और अपने अधिकार को हासिल करने के लिए उग्र आंदोलन करने को कमर कस चुकी है. उन्होंने कहा कि पूरी लगन के साथ कार्य करने के बाद भी आज तक आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया गया है. जो अपने आप में बहुत ही आश्चर्यजनक बात है. सेविका व सहायिका को एक दैनिक मजदूर के समान भी मजदूरी नहीं मिलती है. केवल बिहार राज्य में ही जहां मानदेय में अनुदान राशि नहीं दी जा रही है. प्रखंड उपाध्यक्ष नंदरानी देवी ने कहा कि इस महंगाई में सेविका/सहायिका को सौ रुपये का मजदूरी देकर काम कराया जाता है जो सरासर गलत है. एक ओर राज्य सरकार महिला उत्थान,महिला सशक्तिकरण का राग अलाप रही है तो दूसरी ओर सेविका/सहायिका का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रही है. नव चयनित सेविकाओं को प्रमाण पत्र जांच के नाम पर सीडीपीओ जमुई द्वारा साल भर से मानदेय नहीं दिया जा रहा है जो एक बहुत बड़ी गंभीर समस्या है. इस अवसर पर शोभा कुमारी,नंदनी देवी,फरजाना खातुन,जेबा प्रवीण,कुमारी कनकलता,रौशन प्रवीण,नीलम कुमारी,संगीता कुमारी,कविता कुमारी,रुबी रंजन आदि मौजूद थी.