भंडारण की कमी होने के कारण नहीं हो रहा धान का उठाव
लक्ष्य के विरुद्ध नहीं हो पा रही है धान की खरीद प्रतिनिधि, जमुई जिले के विभिन्न प्रखंडों में भंडारण का अभाव होने के कारण लक्ष्य के विरुद्ध धान की खरीदारी सही तरीके से नहीं हो पा रही है. किसानों की मानें तो एसएफसी व पैक्स द्वारा धान की खरीद बंद कर दिये जाने के कारण […]
लक्ष्य के विरुद्ध नहीं हो पा रही है धान की खरीद प्रतिनिधि, जमुई जिले के विभिन्न प्रखंडों में भंडारण का अभाव होने के कारण लक्ष्य के विरुद्ध धान की खरीदारी सही तरीके से नहीं हो पा रही है. किसानों की मानें तो एसएफसी व पैक्स द्वारा धान की खरीद बंद कर दिये जाने के कारण हमलोग अपना धान लेकर इधर से उधर घूम रहे हैं. जब हमलोग धान अधिप्राप्ति नहीं होने को लेकर अधिकारियों से संपर्क करते हैं तो वे हर बार यही कहते हैं कि धान को रखने की कोई जगह नहीं है. जिसके कारण खरीद नहीं हो पा रही है. किसानों ने आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि एक तो देर से धान की खरीद शुरू की गयी और खरीद प्रारंभ होने के कुछ दिन बीतने के बाद अधिप्राप्ति को बीच में ही बंद कर दिया गया है जो किसी भी दृष्टि से सही नहीं है. राज्य खाद्य निगम के कर्मियों की मानें तो जिले को कुल 41 हजार एमटी धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य सरकार की ओर से दिया गया था. जिसमें पैक्स को 32800 एमटी धान की खरीद करनी थी और राज्य खाद्य निगम को 8200 एमटी धान की खरीद करनी थी. जिसके एवज में एसएफसी द्वारा 3400 एमटी धान की खरीद की गयी है और पैक्स द्वारा 24 हजार एमटी धान की खरीद की गयी है. कई कर्मियों ने बताया कि कई प्रखंडों में भंडारण का अभाव है. जिसके कारण फिलहाल अधिप्राप्ति को बंद कर दिया गया है. कहते हैं जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक मो. खालिद ने इस बाबत पूछे जाने पर बताया कि सभी गोदाम भर गया है. किराये पर प्रखंडों में कमरा लेकर किसानों से प्राप्त धान को रखने की व्यवस्था की जा रही है. मिल को भी धान चावल हेतु दिया जा रहा है. भंडारण की व्यवस्था होने पर अधिप्राप्ति एक-दो दिनों के भीतर शुरु कर दी जायेगी.