भारतीय तेल कंपनी की पहली महिला प्रमुख
एचपीसीएल की बागडोर संभालेंगी निशि वासुदेव नयी दिल्ली:परंपरागत रूप से तेल उद्योग को पुरुषों का गढ़ माना जाता है. इस गढ़ की दीवारों में बड़ी सेंध लगाने जा रही हैं निशि वासुदेव. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि (एचपीसीएल) की बागडोर संभालने के साथ ही वह देश की किसी तेल कंपनी की पहली मुखिया होंगी. वासुदेव अभी […]
एचपीसीएल की बागडोर संभालेंगी निशि वासुदेव
नयी दिल्ली:परंपरागत रूप से तेल उद्योग को पुरुषों का गढ़ माना जाता है. इस गढ़ की दीवारों में बड़ी सेंध लगाने जा रही हैं निशि वासुदेव. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि (एचपीसीएल) की बागडोर संभालने के साथ ही वह देश की किसी तेल कंपनी की पहली मुखिया होंगी. वासुदेव अभी कंपनी की मार्केटिंग निदेशक हैं. वह मौजूदा अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सुबीर रॉयचौधरी की जगह लेंगी, जो 28 फरवरी 2014 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. सार्वजनिक उद्यम चयन परिषद ने बुधवार को सात उम्मीदवारों में से निशि का चयन किया.
अभी दुनिया की चुनिंदा तेल कंपनियों की ही मुखिया महिलाएं हैं. इनमें इंडोनेशिया की सरकारी कंपनी पेर्तामीना की करेन अगस्तिवन, ब्राजील की पेट्रोब्रास की मारिया डास ग्रेसास सिल्वा फोस्टे, केन्या के नेशनल ऑयल कॉरपोरेशन की सुमैया अथमनी, अमेरिकी फर्म सुनोको की लिन एल्सेनहांस और एक्सॉन-मोबिल अस्पस्ट्रीम रिसर्च कंपनी की सारा ओर्टविन शामिल हैं.
आइआइएम कोलकाता की स्नातक निशि ने अपना कैरियर सरकारी इंजीनियरिंग सलाहकार फर्म इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड से शुरू किया था. उनका इस उद्योग में 36 साल का अनुभव है. 2007 में, वह किसी भारतीय तेल कंपनी के बोर्ड में आनेवाली पहली महिला बनीं. उनके सहकर्मी और मातहत उन्हें खुले व्यवहार की, मिलनसार और आगे बढ़ कर नेतृत्व करनेवाली बताते हैं. निशि के नाम पर अभी पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली को मुहर लगानी है. इसके बाद उनका नाम वैधानिक क्लीयरेंस के लिए सीवीसी और सीबीआइ के पास जायेगा. तब जाकर कैबिनेट की नियुक्ति समिति उनकी नियुक्ति को हरी झंडी देगी.