न्यूयॉर्क : गैस संबधी भारी विस्फोट के कारण न्यूयॉर्क सिटी के मैनहट्टन में दो इमारतें ढह गयी और कम से कम 19 लोग घायल हो गये. यह विस्फोट कल सेकेंड एवेन्यू एवं सेवेंथ स्टरीट पर एक इमारत में हुआ. इस विस्फोट में एक इमारत ढह गयी जबकि दूसरी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गयी. न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल डे ब्लेसियो ने कहा कि हालांकि जांच जारी है, लेकिन प्राथमिक साक्ष्यों से यह संकेत मिलता है कि यह गैस संबंधी विस्फोट था.
मेयर ने कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि शुरुआती असर की वजह गैस संबंधी और पाइपलाइन संबंधी काम रहा, जो कि एक इमारत के अंदर चल रहा था.’ उन्होंने कहा कि इस ‘जटिल एवं मुश्किल अभियान’ में अग्निशमन कर्मी ‘आग की भारी स्थितियों से लड रहे हैं.’ पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारी भी पर्यावरण एवं स्वास्थ्य पर इसके असर की जांच करने के लिए मौके पर मौजूद थे.
घटनास्थल की तस्वीरों में इस क्षेत्र के आसपास धुएं का गुबार दिखाया गया है और इमारत के निवासी आग से निकलने और सुरक्षित बच निकलने का प्रयास करते दिखाये गये हैं. डी ब्लेसियो ने कहा, ‘हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन सभी लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं. निश्चित तौर पर हम यह प्रार्थना कर रहे हैं कि और लोग घायल न हों और कोई भी अन्य मौत न हो.’
सीएनबीसी की रिपोर्ट में कहा गया कि इमारत के भूतल पर, जहां विस्फोट हुआ, वह एक जापानी रेस्तरां था. इसके पडोस में छोटे कारोबार, रेस्तरां व अपार्टमेंट हैं. पांच मंजिला इमारत में 26 अपार्टमेंट थे और इसका निर्माण वर्ष 1900 में हुआ था. पास के रेस्तरां में कैशियर का काम करने वाले शमीम नूर ने कहा कि उन्होंने एक भारी आवाज सुनी और लोग सडकों पर आ गए.
उन्होंने कहा, ‘लोग दौड रहे थे और चिल्ला रहे थे. छत पर भीषण आग लगी थी और काला धुआं उठ रहा था.’ पास ही में कैफे मोका के मालिक जेसी बालान ने सीएनबीसी को बताया कि पुलिस ने बहुत अधिक धुएं के कारण उन्हें उनका कैफे बंद करने के लिए कहा. इमारत में फंसे लोगों की तलाश में लगभग 250 अग्निशमन कर्मी लगे हैं और वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आग आसपास की इमारतों में न फैले.
अग्निशमन विभाग के आयुक्त डेनियल नीग्रो ने कहा कि विस्फोट एक इमारत के सामने के हिस्से में हुआ और शुरुआत में इमारतों के भीतर पीडितों की तलाश करना बहुत खतरनाक था. नीग्रो ने कहा कि एक अन्य इमारत पर ढहने का खतरा मंडरा रहा है और अधिकारियों ने इस इलाके को खाली करवा लिया है.
विस्फोट की यह घटना पडोस के हरलेम इलाके में गैस रिसाव के कारण हुए भारी विस्फोट में दो इमारतों के नष्ट होने के एक साल बाद हुई है. उस घटना में दो लोग मारे गए थे और 18 अन्य घायल हो गए थे.