ढाका :बांग्लादेश की राजधानी ढाका के बाहर पुरानी ब्रह्मपुत्र नदी में पवित्र स्नान के दौरान आज मची भगदड में सात महिलाओं समेत कम से कम 10 हिंदू श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ज्यादातर पीडित 50 साल से अधिक उम्र के हैं.
नारायणगढ स्थित लांगलबांध में ‘अष्टमी स्नान’ के दौरान मची भगदड में मरने वालों में सात महिलाएं हैं.’ उन्होंने कहा कि तकरीबन 30 श्रद्धालु घायल भी हुए हैं और उन्हें उपचार के लिए पास के चिकित्सालय में ले जाया गया है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘यह घटना सुबह नौ बजे के करीब हुई जब संकरे तट से पास स्थित दो घाटों से सैकडों लोग नदी में जाने का प्रयास कर रहे थे.
ज्यादातर पीडितों की तत्काल मौत हो गई.’ जीवित बचे लोगों ने शिकायत की कि श्रद्धालुओं पर नियंत्रण के लिए पुलिस और स्वयंसेवक अपर्याप्त संख्या में थे, जिसकी वजह से भगदड मची. लांगलबांध एक पवित्र हिंदू स्थल है, जो राजधानी ढाका में पुरानी ब्रह्मपुत्र नदी के करीब स्थित है. प्रत्येक वर्ष मार्च के अंतिम सप्ताह में बांग्लादेश, भारत और नेपाल से हजारों श्रद्धालु यहां पवित्र स्नान के लिए आते हैं.
स्थानीय लोगों के अनुसार ढ़ाका से लगभग 25 किलोमीटर दूर ब्रह्मपुत्र नदी में ‘वार्षिक अष्टमी स्नान महोत्सव’ के अवसर पर हर साल हजारों लोग स्नान कर पूजा-अर्चना करते हैं. इस साल बांग्लादेश दिवस पर छुट्टी होने के कारण ही श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा बढ़ गयी और इस प्रकार की घटना हुई. आपको बता दें कि बांग्लादेश एक मुस्लिम बहुल राष्ट्र है जहां लगभग 10 प्रतिशत आबादी हिंदूओं की है.