अबुजा : राष्ट्रपति चुनाव में वोट देने के लिए लाखों की संख्या में नाइजीरियाई शनिवार को उमड पडे. इस बारे में विश्लेषकों ने कहा कि राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन और पूर्व सैन्य तानाशाह मुहम्मदु बुहारी के बीच कडा मुकाबला है. यह चुनाव ऐतिहासिक है. इस चुनाव को लेकर वहां की जनता में काफी उत्साह दिखा.
चुनाव में हुयी देरी और हमले को देखते हुए वोटिंग का समय रविवार तक बढ़ा दिया गया है. चुनाव अधिकारी ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि बायोमेट्रिक सिस्टम के कारण चुनाव में देरी हुई जिसको देखते हुए वोटिंग करने के लिए रविवार का भी वक्त दिया गया है. इसका एक कारण बंदूकधारियों के द्वारा किये गये हमले भी है जिसमें अबतक करीब 20 लोगों की मौत हुई है.
मतदान केन्द्रों पर हमला
शनिवार को नाइजीरिया में राष्ट्रपति आम चुनाव और संसदीय चुनाव हुए. इनुगु के प्रांतीय पुलिस आयुक्त डेन बाचुर ने बताया कि दक्षिण मध्य इनुगु प्रांत में दो पेट्रोल स्टेशनों पर दो कार बम विस्फोट हुए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पूर्वोत्तर गोमबे प्रांत के तीन गांवों में बोको हराम के चरमपंथियों ने बंदूकें लहराते हुए मतदाताओं को मतदान केंद्र छोडने के लिए विवश कर दिया. रायटर्स में छपी खबर के अनुसार पूर्वोत्तर नाइजीरिया में हमले में एक विपक्ष के नेता सहित 15 लोगों की मौत हो गई है. मतदान केन्द्रों पर शनिवार की सुबह गोम्बे राज्य के नाफादा इलाके में भी हमले किये गये. इन हमलों की ज़िम्मेदारी अभी तक किसी भी आतंकवादी संगठन ने अपने ऊपर नहीं ली है. लेकिन कट्टरपंथी इस्लामवादी समूह ‘बोको हराम’ के नेता अबूबाकर शेका ने आम चुना बाधित करने का वादा किया था. वहीं इंडीपेंडेंट नेशनल इलेक्टोरल कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट हैक कर ली गई लेकिन इसे जल्द ही ठीक कर लिया गया.
ऐतिहासिक है चुनाव
1999 में सैन्य शासन समाप्त होने के बाद इस चुनाव को ऐतिहासिक माना जा रहा है. नाइजीरिया में राष्ट्रपति पद के लिए 14 उम्मीदवार हैं, उनमें देश के वर्तमान राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन भी हैं. नाइजीरिया में राष्ट्रपति चुनाव पहले 14 फरवरी को होने वाले थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें 28 मार्च के लिए स्थगित किया गया था. तेल बहुल दक्षिण क्षेत्र के मतदाता नाइजीरिया के इतिहास में पहले चुनाव के नतीजे को तय कर सकते हैं. वे लोग पारंपरिक रुप से जोनाथन के समर्थक हैं.