नाइजीरिया में पूर्व सैन्य तानाशाह मुहम्मदू बुहारी की जीत, गुडलक जोनाथन को हराया
आबूजा : हजारों लोगों की जान लेने वाले इस्लामी विद्रोह से क्षुब्ध नाइजीरिया वासियों ने ऐतिहासिक सत्ता हस्तांतरण करते हुए राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन को हराकर पूर्व सैन्य तानाशाह मुहम्मदू बुहारी को देश का नया शासक निर्वाचित किया है. जोनाथन ने पूर्व जनरल 72 वर्षीय बुहारी से हार स्वीकार कर ली है, जिससे अफ्रीका के सर्वाधिक […]
आबूजा : हजारों लोगों की जान लेने वाले इस्लामी विद्रोह से क्षुब्ध नाइजीरिया वासियों ने ऐतिहासिक सत्ता हस्तांतरण करते हुए राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन को हराकर पूर्व सैन्य तानाशाह मुहम्मदू बुहारी को देश का नया शासक निर्वाचित किया है. जोनाथन ने पूर्व जनरल 72 वर्षीय बुहारी से हार स्वीकार कर ली है, जिससे अफ्रीका के सर्वाधिक आबादी वाले देश में शांतिपूर्ण ढंग से सत्ता हस्तांतरण का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
टेलीविजन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संदेश में जोनाथन ने कहा, ‘कोई नहीं चाहता कि किसी भी नाइजीरियाई का खून बहे. मैंने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने का वायदा किया था. मैंने अपना वायदा पूरा किया है.’ नाइजीरिया के इतिहास में यह पहली बार होगा जब किसी विपक्षी दल ने सत्तारुढ पार्टी से लोकतांत्रिक रूप से देश का नियंत्रण हासिल किया है.
यह अफ्रीकी देश में परिपक्व होते लोकतंत्र का संकेत है. जोनाथन की पार्टी देश में दशकों की सैन्य तानाशाही के 1999 में खत्म होने के बाद से शासन कर रही थी. उत्तरी नाइजीरिया में बुहारी के प्रभाव वाले इलाकों में और आबूजा में प्रचार अभियान मुख्यालय के आसपास जश्न शुरू हो गया.
बुहारी आज बाद में संवाददाता सम्मेलन करेंगे. जोनाथन ने स्वतंत्र राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा बुहारी की जीत की अंतिम घोषणा किए जाने से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली. आयोग के अध्यक्ष अत्ताहिरु जेगा ने कहा कि बुहारी को 1,54,24,921 वोट मिले, जबकि जोनाथन को 1,28,53,162 वोट मिले. उन्होंने बताया कि एकमात्र महिला उम्मीदवार रेमी सोनैया को केवल 13 हजार 76 वोट मिले.