ब्रसेल्स: ट्यूनीशियाई इस्लामी आतंकवादियों के बेल्जियम में एक सरकारी पोर्टल पर कब्जा करने के कुछ ही दिनों बाद हैकरों ने फ्रेंच भाषा की बेल्जियम की दैनिक शीर्ष समाचार प्रकाशक ‘ले सोइ’ पर साइबर हमला किया है.
इस बात का तत्काल कोई संकेत नहीं मिला है कि ये घटनाएं आपस में जुडी हुई हैं या इसका बुधवार को फ्रांसीसी चैनल ‘टीवी5मोंदे’ के खिलाफ हुए बडे साइबर हमले से कोई संबंध है. फ्रांसीसी चैनल पर हमले के बारे में फ्रांस ने कहा है कि यह साइबर हमला संभवत: ‘आतंकवादी हमला’ था.
‘ले सोइ’ समाचार पत्र के प्रमुख दिदीयर हमान्न ने कहा कि कल समाचार पत्र ‘एक हमले का शिकार’ हुआ. उन्होंने फ्रांसीसी टेलीविजन चैनल और शुक्रवार को दक्षिणी बेल्जियम में वालोनियाई क्षेत्रीय सरकार की एक समाचार वेबसाइट पर कब्जा किए जाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए ट्विटर पर अपने संदेश में कह ‘टीवी5 या आरडब्ल्यू घटनाओं से संबंध होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है.’
हमान्न ने बेल्गा समाचार संवाद समिति से कहा ‘हम यह निर्धारित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हमला कहां से हुआ’ उन्होंने कहा ‘हमें नियमित रूप से निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले इन हमलों को शीघ्र नियंत्रित कर लिया गया था लेकिन इस मामले में फायरवाल सामान्य रूप से काम नहीं कर रहे.’
‘ले सोइ’ रोसेल ग्रुप के मालिकाना हक वाला समाचार पत्र है. इसकी वेबसाइट भारतीय समयानुसार कल रात 11 बजे से उपलब्ध नहीं थी.
रोसेल ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी एरिक मालरेन ने कहा ‘ले सोइ पर साइबर हमला हुआ है लेकिन हमारे पास इस समय और अधिक जानकारी नहीं है.’