पुरातत्वविदों ने 4,200 वर्ष पूर्व की याओ काल की राजधानी के स्थल की पुष्टि की

बीजिंग : चीनी पुरातत्वविदों ने लगभग 4,200 वर्ष पहले की याओ काल की राजधानी के स्थल की पुष्टि की है. चाइनीज अकेडमी ऑफ सोशल साइंस के अंतर्गत आने वाले पुरातत्व संस्थान के प्रमुख वांग वेई ने कहा, ‘‘पुरातत्वविद इस आम सहमति पर पहुंचे हैं कि याओ के समय की राजधानी ताओसी है.’’ चीनी पौराणिक कथाओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2015 10:18 AM

बीजिंग : चीनी पुरातत्वविदों ने लगभग 4,200 वर्ष पहले की याओ काल की राजधानी के स्थल की पुष्टि की है. चाइनीज अकेडमी ऑफ सोशल साइंस के अंतर्गत आने वाले पुरातत्व संस्थान के प्रमुख वांग वेई ने कहा, ‘‘पुरातत्वविद इस आम सहमति पर पहुंचे हैं कि याओ के समय की राजधानी ताओसी है.’’ चीनी पौराणिक कथाओं में याओ एक ज्ञानी एवं दानवीर सम्राट था। शांक्सी प्रांत के लिन्फेन शहर में ताओसी के स्थल की खुदाई वर्ष 1978 में शुरू हुयी थी.

सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, याओ संस्कृति पर हुए एक सेमिनार में संस्थान के एक शोधकर्ता हे नू ने कहा कि हाल की खुदाई से पता चलता है कि प्राचीन शहर ताओसी 28 लाख वर्ग मीटर के दायरे में फैला हुआ था जिसमें अलग अलग कार्यकलापों के लिए व्यवस्था की गई थी.

एजेंसी ने हू ने को यह कहते हुए उद्धृत किया है ‘‘ताओसी की पहचान याओ काल की राजधानी पिंगयांग के तौर पर हुई है. ’’ चीनी इतिहासकारों के अनुसार, याओ मूलत: शांक्सी के समीप हेबेई प्रांत के तांग काउंटी में रहता था। बाद में वह दक्षिण की ओर प्रवास कर गया और अंत में उसने पिंगयांग को अपनी राजधानी बनाया. पिंगयांग लिन्फेन शहर का प्राचीन नाम है जहां याओ का मकबरा और मंदिर है.

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