यज्ञ हमें समर्पण की कला सिखाती है : साध्वी मधु

फोटो: 18 (प्रवचन करती साध्वी मधु)जमुई : जिले के बरहट प्रखंड स्थित पतौना गांव में आयोजित श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान साध्वी मधु जी,अजय शास्त्री एवं अन्य विद्वानों द्वारा प्रवचन के अलावा रामलीला दल के द्वारा किया गया श्रीराम कथा विशेष रुप से लोकप्रिय रहा. विदित हो कि यज्ञ में अयोध्या से आये रामलीला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2015 8:04 PM

फोटो: 18 (प्रवचन करती साध्वी मधु)जमुई : जिले के बरहट प्रखंड स्थित पतौना गांव में आयोजित श्रीश्री 1008 महारुद्र यज्ञ के दौरान साध्वी मधु जी,अजय शास्त्री एवं अन्य विद्वानों द्वारा प्रवचन के अलावा रामलीला दल के द्वारा किया गया श्रीराम कथा विशेष रुप से लोकप्रिय रहा. विदित हो कि यज्ञ में अयोध्या से आये रामलीला दल के कलाकारों द्वारा रामलीला में किये गये एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति पर दर्शकों का मन मुग्ध कर दिया. मौके पर साध्वी मधु ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रार्थना,कर्म और दान का संगम ही यज्ञ है. उन्होंने कहा कि यज्ञ हमें समर्पण की कला सिखाती है. किसान का समर्पण अन्न के दाने के रुप में दिखता है तो गुरु का समर्पण व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण करता है. उसी प्रकार मनुष्य का समर्पण किसी विशेष कार्य को संपन्नता प्रदान करता है. शास्त्री अजय पांडेय ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को अपना कार्य ईमानदारीपूर्वक करना चाहिए और अपने जीवन का कीमती समय परमात्मा को भी समर्पित करना चाहिए, ताकि जीवन परिपूर्ण हो सके. आध्यात्म से ही मानव में संस्कारों का विकास होता है और दान-प्रदान ही मानव जीवन का सबसे अहम संस्कार है. यज्ञ के आयोजक इंजीनियर आईपी गुप्ता ने कहा कि हम सबों को खुल कर अच्छे कार्यों में दान करना चाहिए,क्योंकि सही तरीके से दिया गया दान ही ईश्वर तक पहुंचता है. उन्होंने कहा कि यह दान कई प्रकार का होता है जैसे धन,ज्ञान,सेवा आदि. इंजीनियर श्री गुप्ता ने कहा कि अठारह अप्रैल को काफी धूमधाम से यज्ञ का समापन किया जायेगा. यज्ञ में भाग लेने के लिए दूर दराज से लोग भाग लेने आ रहे हैं तथा यज्ञ में भाग लेने के लिए आने वाले लोगों की सभी सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.

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