गरीबी कम कर देती है दिमाग की ताकत
वाशिंगटन: गरीबी और इससे जुड़ी परेशानियां इंसान की सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर कर देती हैं तथा ऐसे में वह जिंदगी के दूसरे पहलुओं में अपनी उर्जा नहीं लगा पाता. भारत और अमेरिका में हुए एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है.शोधकर्ताओं का कहना है कि गरीब लोगों में मानसिक तनाव के कारण […]
वाशिंगटन: गरीबी और इससे जुड़ी परेशानियां इंसान की सोचने-समझने की क्षमता को कमजोर कर देती हैं तथा ऐसे में वह जिंदगी के दूसरे पहलुओं में अपनी उर्जा नहीं लगा पाता. भारत और अमेरिका में हुए एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है.शोधकर्ताओं का कहना है कि गरीब लोगों में मानसिक तनाव के कारण बौद्धिक क्षमता का स्तर 13 आईक्यू :बुद्धिलब्धि: तक पहुंच जाता है.
इसका मतलब यह है कि इंसान ज्यादा गलतियां करने लगता है और उनके निर्णयों के गलत होने की आशंका भी बढ़ जाती है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि वित्तीय समस्याएं किसी भी व्यक्ति की सोचने-समझने की क्षमता पर असर डालती हैं. पैसे की दिक्कतों से घिरे इंसान की मानसिक क्षमता बहुत हद तक कम हो जाती है और उसकी रातों की नींद भी चली जाती है.अमेरिका के प्रिंसटन विश्वविद्यालय के यजियायिंग झाओ के नेतृत्व में यह अध्ययन किया गया है. इस अध्ययन को अमेरिका और भारत में किया गया.