बीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आज से पाकिस्तान की यात्रा पर हैं. इस दौरे के पहले जिनपिंग ने पाकिस्तान की जमकर तारीफ की और कहा कि पाकिस्तान दौरा ‘अपने भाई’ के घर जाने जैसा है. अपने पाकिस्तान दौरे के पहले जिनपिंग ने पाकिस्तानी मीडिया में एक लेख छपा है जिसमें उन्होंने कहा है कि यह मेरा पहला पाकिस्तान दौरा है, लेकिन मुझे लगता है कि मैं कहीं और नहीं अपने ही भाई के घर जा रहा हूं और मुझे काफी खुशी हो रही है.
उन्होंने लिखा है कि मैं द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तानी नेताओं के साथ मिलकर प्रगति की संभावनाएं तलाशूंगा करूंगा. राष्ट्रपति शी को एक विशेष समारोह में पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान ए पाकिस्तान’ से सम्मानित किया जाएगा.
क्या है दौरे में खास
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सोमवार को पाकिस्तान पहुंचेंगे. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जिनपिंग सोमवार को पाकिस्तान पहुंचेंगे जिसके बाद वे पाक राष्ट्रपति ममनून हुसैन से मुलाकात करेंगे. इतना ही नहीं वे प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से आधिकारिक वार्ता भी करेंगे. जिनपिंग पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुख से मुलाकात करेंगे साथ ही वे संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. मंगलवार को जिनपिंग इंडोनेशिया के लिए रवाना हो जायेंगे जहां वे बांडुंग में आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेंगे.
चीनी राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात होगी पाकिस्तानी सेना
पाकिस्तान सरकार ने सोमवार को देश की पहली यात्रा पर आ रहे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अभूतपूर्व सुरक्षा घेरा मुहैया कराने का फैसला किया है. शी की यात्रा संपन्न होने तक उनकी समूची सुरक्षा व्यवस्था सेना के हाथों में रहेगी. एक अधिकारी ने बताया कि शी को पूर्ण सुरक्षा मुहैया कराने के लिए एक समग्र सुरक्षा योजना तैयार की गई है. चीनी राष्ट्रपति ने पिछले वर्ष सितंबर में सुरक्षा चिंताओं के चलते अपनी पाकिस्तान यात्रा स्थगित कर दी थी. पाकिस्तानी वायु सेना में शी के विमान के प्रवेश के साथ ही इसकी सुरक्षा आठ जेएफ-17 थंडर लडाकू विमान करेंगे. अधिकारी ने कहा कि समूची सुरक्षा व्यवस्था सेना और इसकी खुफिया एजेंसियों के हाथों में है जो महत्वपूर्ण इमारतों और कार्यालयों वाले रेड जोन को नियंत्रित करेंगी. रेड जोन की बाहरी परिधि में पुलिस तैनात होगी जो क्षेत्र की घेराबंदी करेगी. पुलिस महानिरीक्षक (इस्लामाबाद) ताहिर आलम खान ने सभी क्षेत्रधिकारियों और थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त तेज करने के निर्देश दिए हैं.
क्या है उम्मीद
शी की यात्रा के दौरान पाकिस्तान को 50 अरब डॉलर के व्यापार एवं निवेश सौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. इसमें ड्रीम बिजनेस कॉरिडोर भी शामिल है, जिससे कि चीन को खाडी, अफ्रीका और यूरोप के लिए लघुतम मार्ग मिल सके. विदेश कार्यालय ने ब्यौरा दिए बिना कहा कि दोनों देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के तहत अवसंरचना, उर्जा, और संचार क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं से संबंधित कई महत्वपूर्ण समझौते करेंगे और सहमति पत्रों पर दस्तखत करेंगे. वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर :सीपीईसी: के तहत करीब 50 अरब डॉलर के समझौतों और सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. तीन हजार किलोमीटर लंबा कॉरिडोर चीन के सुदूर दक्षिणी क्षेत्र को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जरिए अरब सागर में पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी ग्वादर बंदरगाह से जोडने की एक विशाल सडक, रेल, उर्जा योजनाओं, पाइपलाइंस और निवेश पार्कों की एक विशाल परियोजना है. कॉरिडोर परियोजना का प्रारुप उपलब्ध कराते हुए चीन ने भारत की इन चिंताओं को कमतर किया कि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के जरिए तैयार किया जा रहा है और कहा कि यह एक वाणिज्यिक परियोजना है. चीन के सहायक विदेश मंत्री लिउ जियांचाओ ने पिछले हफ्ते कहा था, ‘‘चीन और पाकिस्तान के बीच परियोजना भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद से संबंधित नहीं है. इसलिए मुङो नहीं लगता कि भारतीय पक्ष को उस बारे में चिंतित होना चाहिए.’’