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चीनी राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने पाकिस्तान पर लुटाया प्यार, खोला खजाना

इस्लामाबाद : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज पाकिस्तान को बीजिंग का भरोसेमंद दोस्त बताया और उसकी क्षेत्रीय अखंडता की जोरदार वकालत करने के साथ ही उसकी डगमगाती अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दूरगामी सहयोग योजनाओं का ऐलान भी किया. अपनी दो दिन की पहली पाक यात्रा के अंतिम दिन संसद के संयुक्त […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 3:37 PM

इस्लामाबाद : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज पाकिस्तान को बीजिंग का भरोसेमंद दोस्त बताया और उसकी क्षेत्रीय अखंडता की जोरदार वकालत करने के साथ ही उसकी डगमगाती अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दूरगामी सहयोग योजनाओं का ऐलान भी किया. अपनी दो दिन की पहली पाक यात्रा के अंतिम दिन संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए शी ने कहा कि दोनो देशों के रिश्ते परस्पर विश्वास और सहयोग पर आधारित हैं.इससे पहले कल पाकिस्तान पहुंचने पर उन्होंने अपने पाकिस्तान आने को भाई के घर में आने जैसा बताया था. चीन और पाकिस्तान की यह जुगलबंदी भारत के सामरिक हितों की सुरक्षा को लेकर एक चुनौती भी है.

शी ने अपनी यात्रा के दौरान अपने इस मित्र देश के साथ 51 समझौतों पर हस्ताक्षर किये. चीन की सत्तारुढ कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी ने कहा कि चीन और पाकिस्तान हमेशा मिलकर आगे बढेंगे और चीन के लोग हमेशा पाकिस्तान के लोगों के साथ खडे रहेंगे.

46 अरब डालर के महत्वाकांक्षी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत करने के एक दिन बाद शी ने कहा, ‘मेरी मौजूदा यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ममनून हुसैन, प्रधानमंत्री शरीफ, और मैं चीन-पाकिस्तान संबंधों को बढाकर मजबूत सामरिक भागीदारी में तब्दील करने पर सहमत हुए.’ तीन हजार किलोमीटर का यह गलियारा चीन के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र को अरब सागर में पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी ग्वादर बंदरगाह से जोडेगा. यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरेगा और इसके अंतर्गत सडक, रेल, बिजली परियोजनाओं, पाइपलाइनों और निवेश पार्कों का निर्माण किया जाएगा.

शी ने पाकिस्तान पर अपना दुलार लुटाते हुए कहा कि चीनी गणराज्य की स्थापना के समय से ही पाकिस्तान उसके सुख-दुख का साथी रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उस वक्त भी चीन का साथ नहीं छोडा जब विश्व मंच पर वह अलग-थलग पड गया था. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे का बहुत आसरा है और जरुरत के वक्त दोनों एक दूसरे के साथ खडे रहते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे के मूलभूत हितों को सहयोग देना चाहिए और चीन पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता का दृढता से समर्थन करता है.

शी ने कहा, ‘इस साल मैं सबसे पहले पाकिस्तान की यात्रा पर आया हूं और आपके देश का यह मेरा पहला दौरा है. लेकिन पाकिस्तान फिर भी मेरे लिए बेगाना नहीं है.’ उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के अपने भाइयों के लिए चीन के 1.3 अरब लोगों की तरफ से शुभकामनाएं लाए हैं. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान और चीन के संघर्षों ने उनके दिलों दिमाग को एक कर दिया है.’ उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं के समय दोनो देशों द्वारा एक दूसरे को दी जाने वाली इमदाद का जिक्र किया.

शी ने पाकिस्तान के आतंकवाद रोधी प्रयास की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ लडाई में सबसे आगे खडा रहा है और इस दिशा में बडी कुर्बानियां दी हैं. उन्होंने चीन के विकास की गाथा सुनाते हुए कहा कि चीन इस दिशा में अन्य देशों, खास तौर से अपने पडौसियों के साथ अच्छे सहकारी करार करके आगे बढना चाहता है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन अपनी अर्थव्यवस्था के तमाम क्षेत्रों को खोलेगा.

उनके अनुसार दक्षिण एशिया में बहुत क्षमता है और चीन क्षेत्र के सभी देशों के साथ करीबी सहयोग का इच्छुक है. उन्होंने भारत सहित तीन क्षेत्रीय देशों की अपनी पिछले वर्ष की यात्रा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि चीन भारत, बांग्लादेश और म्यांमा के साथ एक अन्य क्षेत्रीय संपर्क योजना पर भी काम कर रहा है. उन्होंने अफगानिस्तान में सुलह सफाई और शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने का भी संकल्प लिया. इससे पूर्व शी कडी सुरक्षा में संसद पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, नेशनल असेम्बली के स्पीकर अयाज सादिक और सीनेट के अध्यक्ष मियां रजा रब्बानी ने उनका स्वागत किया.

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