लंदन : भारतीय मूल के एक शोधकर्ता सहित शोधकर्ताओं ने एक नयी प्रौद्योगिकी का विकास किया है जिसमें लोग ऑनलाइन वोट डाल सकेंगे और अगर उनके घर के कम्प्यूटर में वायरस हो तब भी वे मतदान कर सकेंगे. कुछ बैंकों की तरफ से जारी सुरक्षा उपकरणों से प्रेरणा लेते हुए बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के एक समूह ने एक प्रणाली का विकास किया है जिसमें लोग अपने निजी कम्प्यूटर से हार्डवेयर उपकरणों को जोडकर वोट कर सकेंगे.
शोधकर्ताओं ने बताया कि इस तकनीक ने ई-वोटिंग को लेकर फिर से बहस छेड दी है और इसे ब्रिटेन में 2020 या 2025 के आम चुनावों तक तैयार कर लिया जाएगा. शोध का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर मार्क रेयान ने कहा, ‘यह प्रणाली ऑनलाइन बैंकिंग में इस्तेमाल होने वाले क्रेडिट कार्ड के आकार के उपकरण से काम करती है.
इसका नाम डू वोट है और हम इसे पिछले दो वर्षों से बना रहे हैं. मतदाताओं की तरफ से देखें तो यह सीधा है आपको अपने डिवाईस पर एक कोड मिलता है और इसे कम्प्यूटर में टाईप करना होता है. रेयान ने बताया, ‘इस प्रणाली का मुख्य लाभ यह है कि यह सुरक्षा को स्वतंत्र सुरक्षा प्रणाली और मतदाता के कम्प्यूटर या मोबाइल उपकरण के बीच बांट देता है.’