छह दिनों बाद जिंदा निकला कुंबालामा
बैरगनिया : भूकंप के दौरान काठमांडू के गोगगू इलाके में सात मंजिल का एक मकान ध्वस्त हो गया था. इसके मलबे में 25 वर्षीय युवक कुंबालामा दब गया था. छह दिन तक वह मलबे में दबा रहा. इंडोनेशिया व नाव्रे के राहत दल ने अत्याधुनिक मशीन से मलबे की जांच कर यह पता लगाया कि […]
बैरगनिया : भूकंप के दौरान काठमांडू के गोगगू इलाके में सात मंजिल का एक मकान ध्वस्त हो गया था. इसके मलबे में 25 वर्षीय युवक कुंबालामा दब गया था. छह दिन तक वह मलबे में दबा रहा.
इंडोनेशिया व नाव्रे के राहत दल ने अत्याधुनिक मशीन से मलबे की जांच कर यह पता लगाया कि इसमें कोई दबा हुआ है और उसकी सांस चल रही है. तब सरकार ने सशस्त्र पुलिस बल के इंस्पेक्टर लक्ष्मण बसनेत के नेतृत्व वाली टीम को मलबे में फंसे व्यक्ति को बाहर निकालने का टास्क सौंपा.
यह टीम मात्र तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक कुंबालमा को मलबे से बाहर निकाल लिया. जवानों ने लक्ष्मण को गोद में उठा कर उसकी जांबाजी को लेकर खुशी जाहिर किया. इधर, टेलीविजन पर अपने गांव के लाल लक्ष्मण की बहादुरी देख रौतहट जिले के संतपुर गांव के लोगों ने भी खुशी व्यक्त किया. गांव के हर लोग लक्ष्मण पर गर्व महसूस कर रहे है. लांबा काठमांडू के लूमाकोट का रहने वाला है.