अमेरिका में गैस स्टेशन पर गोली लगने के बाद भारतीय मूल की महिला की मौत

न्यूयार्क : सशस्त्र लूटपाट के प्रयास के तहत दक्षिणी कैरोलीना में चेहरे पर गोली लगने से घायल हुई एक गैस स्टेशन पर कार्यरत भारतीय मूल की एक महिला ने अस्पताल में दम तोड दिया. पिछले एक माह के भीतर यह अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ ऐसी तीसरी घटना है. गुजरात की मृदुलाबेन पटेल (59) पाउडर्सविले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2015 2:49 AM

न्यूयार्क : सशस्त्र लूटपाट के प्रयास के तहत दक्षिणी कैरोलीना में चेहरे पर गोली लगने से घायल हुई एक गैस स्टेशन पर कार्यरत भारतीय मूल की एक महिला ने अस्पताल में दम तोड दिया. पिछले एक माह के भीतर यह अमेरिका में भारतीयों के खिलाफ ऐसी तीसरी घटना है. गुजरात की मृदुलाबेन पटेल (59) पाउडर्सविले में बीपी गैस स्टेशन पर एक स्टोर की सह-मालकिन थीं. ऐसा माना जा रहा है कि एक अज्ञात व्यक्ति ने गुरुवार रात को पटेल के चेहरे पर गोली मार दी.

पुलिस ने हमलावर की पहचान के लिए मदद की अपील की है. गोली लगने से घायल पटेल की सर्जरी शुक्रवार को हुई थी. बाद में उन्होंने अस्पताल में दम तोड दिया. पुलिस ने कहा कि निरीक्षण वाली वीडियो फुटेज में एक आदमी को स्टोर के अंदर आते हुए और सिगार का पैकेट खरीदते हुए दिखाया गया है. जांचकर्ताओं ने कहा कि उनका मानना है कि इस आदमी ने लूटपाट की कोशिश के दौरान पटेल को गोली मारी.

उन्होंने कहा कि गोलीबारी के बाद एक ग्राहक माइकल वीट ने पटेल को फर्श पर पडे देखा और 911 पर फोन किया. वीट ने कहा, ‘मैंने उन्हें फर्श पर पडे देखा और उनके शरीर से बहुत बुरी तरह खून निकल रहा था.’ उन्‍होंने यह भी कहा कि पटेल का पूरा सिर खून से सना था और फर्श पर भी खून था. वीट ने कहा कि वह स्टोर से निकला और अपने ट्रक में पहुंचकर उसने आपात सहायता नंबर 911 पर फोन किया.

उन्होंने कहा कि जब वह भागकर वापस स्टोर में गए, तब उन्‍हें यह भी पता नहीं था कि गोली मारने वाला व्यक्ति घटनास्थल से जा चुका है या नहीं. वीट ने कहा, ‘वह सांस ले रही थीं और कराह रही थीं.’ पटेल के पास अमेरिकी और ब्रितानी दोनों नागरिकताएं थीं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने ट्वीट किया, ‘दक्षिण कैरोलीना में एक गैस स्टेशन पर लूटपाट के प्रयास के दौरान पीआइओ मृदुलाबेन पटेल की मौत पर हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं.’

अटलांटा में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने पटेल के पति से बात की है. इन्होंने बताया कि पटेल के परिवार ने भारतीय दूतावास से कोई मदद नहीं मांगी है. दुकान के ग्राहक पटेल को एक मिलनसार महिला के रूप में याद करते हैं. अक्सर पटेल की दुकान पर आने वाली ग्राहक शालेन ने कहा, ‘वह हमेशा सबसे हालचाल पूछती थीं, वह लोगों से पूछती थीं कि उनका दिन कैसा रहा. मैं जब भी यहां आती थी, तब वह मुझसे मेरी बेटी का हाल पूछती थीं.’

पिछले माह अमेरिका में गैस स्टेशनों पर दो अलग-अलग घटनाओं के तहत दो भारतीय संजय पटेल (39) और राजेश मडाला (35) मारे गये थे. इनकी हत्या भी लूटपाट के प्रयासों के तहत की गई थी. इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया था.

Next Article

Exit mobile version