अंधविश्वास के मकड़जाल में महिलाएं, मुङो कुछ नहीं, सिर्फ औलाद चाहिए..
बगहा/भैरोगंज : कपरधिक्का गांव की गायत्री देवी. उसे धर्मातरण का मतलब पता नहीं है. उसे तो सिर्फ घर परिवार में शांति और बेटा पतोहू को एक औलाद चाहिए. वह कहती है कि मैंने तो पिछले चार साल भोला बाबा(शिव चर्चा) को पूजा. जहां भी शिव चर्चा का आयोजन होता था. वहां जाती थी, भूत प्रेत […]
बगहा/भैरोगंज : कपरधिक्का गांव की गायत्री देवी. उसे धर्मातरण का मतलब पता नहीं है. उसे तो सिर्फ घर परिवार में शांति और बेटा पतोहू को एक औलाद चाहिए. वह कहती है कि मैंने तो पिछले चार साल भोला बाबा(शिव चर्चा) को पूजा. जहां भी शिव चर्चा का आयोजन होता था.
वहां जाती थी, भूत प्रेत खेलती थी. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. फिर किसी ने उसे बताया कि प्रभु के शरण में जाने से सारे दु:खों का नाश होगा. इस लिए वह बगैर किसी दबाव में परती टोला में अवस्थित कथित धर्मातरण केंद्र में जाती है. प्रत्येक रविवार को प्रार्थना में शामिल होती है. उसे भरोसा है कि फायदा होगा.
हालांकि एक बात जरूर कहती है, छह बरस छठी मइया के देखनी , अब दु बरस प्रभु के भी देख लेतानी. नहीं त इनका के भी छोड़ देब… . एक तरह से अंधविश्वास का यह आलम है, जहां कपड़ा बदले या नहीं बदले , लेकिन हर दो चार माह के बाद धर्म बदलने की बात होती है. इसी गांव की अन्य महिलाएं भी कथित धर्म परिवर्तन की है, उनका भी कहना है कि मुङो किसी ने जबरदस्ती धर्म बदलने को नहीं कहा है. मैं अपनी मरजी से प्रार्थना सभा में जाती हूं और प्रभु की गीत गाती हूं.
फैल रही अफवाह
धर्मातरण को लेकर इलाके में तरह तरह की अफवाह है. नड्डा गांव के चौराहे के समीप दो महिलाएं आपस में बात कर रही थी. एक महिला ने कहा कि जिन परिवारों के सदस्य प्रभु की प्रार्थना में जाते हैं, उनके बच्चों की पढ़ाई के खर्चे वहां से मिलती है. अगर महिला सिलाई बुनाई करना चाहती है तो उसको ट्रेनिंग दे जाती है. फिर मुफ्त में मशीन दिया जाता है. घर में खाने पीने के समान , बच्चों के कपड़े आदि फ्री में मिल रहे हैं. लेकिन जब उस महिला से पूछा गया कि गांव में किस परिवार को मिला है तो वह बोली , हमारी पड़ोस वाली चाची कह रही थी, मुङो कुछ पता नहीं है. मसलन, इस मामले में अफवाह भी जोर से फैला रहा है.
प्रभात खबर के पास वीडियो
प्रशासनिक अधिकारी कहते हैं , धर्मातरण सिर्फ अफवाह है. हकीकत क्या है, उसका वीडियो प्रभात खबर के पास है. अंध विश्वास की मकड़जाल में उलझी महिला का भोले बाबा से कैसे हुआ मोहभंग. छठी मइया से लगायी अरदास. अब प्रभु के शरण में है.
मंदिर निर्माण के लिए बैठक
सेमरा : कथित धर्मातरण केंद्र के समीप हनुमान मंदिर बनाने को लेकर कपरिधक्का गांव के परती टोला में मंगलवार को एक बैठक हुई. बैठक मंदिर निर्माण के लिए जमीन दान देने वाली महिला ललिता देवी के प्रति सबों ने सम्मान प्रकट किया.
आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार की इस महिला की धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए श्रीमद् भगवताचार्य फलहारी बाबा ने कहा कि इस तरह की एक जुटता रही तो हिंदू धर्म के अनुयायियों को दिग्भ्रमित करने वालों का हौसला पस्त होगा.
हालांकि भूमि दान देने की बात को लेकर महिला ललिता के परिजनों में अंतर विरोध था. लेकिन उसके परिवार के सभी सदस्य मान गये. परिजनों मे भूमि दान देने की सहमति बन चुकी है.
साथ ही हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए एक जुटता पर बल देते हुए बाबा ने कहा कि फिलहाल बांस से मंदिर के जमीन की घेराबंदी की जाएगी .जिसके लिए बांस एकित्रत किए जा रहे है.
मंदिर निर्माण के लिए लोग स्वेच्छा से चंदा दे रहे हैं. 10 मई को मंदिर की आधारशीला रखी जायेगी. मौके पर वार्ड सदस्य मणिन्द्र साह , गुलजार राम, ठाकुर राम, मनोज साह, मुन्नी , सुनैना देवी, सध्या देवी, रिंकी देवी, दिलबाश आदि उपस्थित थे.
बोले एसपी
भैरोगंज थाने के कपरिधक्का गांव में इस तरह की बात की सूचना मिली है. पुलिस को जांच के लिए निर्देश दिया गया है. रिपोर्ट आते ही आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
शफीउल हक, एसपी बगहा