बेरुत : सीरियाई कार्यकर्ताओं और एक डॉक्टर ने उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब में नये संदिग्ध रासायनिक हमलों की जानकारी दी है, जिनके शिकार बने दर्जनों लोग सांस लेने में तकलीफ से पीडित हैं. पहले के एक रासायनिक हमले का इदलिब में शिकार बने लोगों का इलाज करने के बाद पिछले माह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के समक्ष बयान देने वाले डॉक्टर मोहम्मद तेन्नारी ने कहा कि प्रांत में कम से कम तीन अलग-अलग हमले हुए हैं, जिनकी चपेट में लगभग 80 लोग आये हैं.
तुर्की के साथ लगने वाली सीमा के पास बातचीत में तेन्नारी ने कथित तौर पर हमलों का शिकार बने तीन गांवों के डॉक्टरों से मिली सूचनाएं साझा कीं. इन खबरों में कहा गया है कि सरकारी हेलीकॉप्टरों ने कल जानोउदीह, कंसफराह और कफ्र बातेख नामक गांवों पर क्लोरीन युक्त बैरल बम गिराए. तेन्नारी सीरियन अमेरिकन मेडिकल सोसाइटी के समन्वयक हैं. इस सोसाइटी के स्वयंसेवी चिकित्साकर्मी सीरिया में पीडितों का इलाज कर रहे हैं और हमलों की जानकारी दे रहे हैं.
निगरानी समूह सीरियन नेटवर्क फॉर ह्यूमन राइट्स ने भी तीन विभिन्न हमलों की जानकारी दी है. समूह ने ट्विटर पर उन फील्ड अस्पतालों की तस्वीरें साझा कीं, जहां पीडितों को ले जाया गया था. समूह ने जानकारी दी कि 69 लोग हमलों की चपेट में आ गये. इन खबरों की अलग-अलग पुष्टि नहीं की जा सकी. प्रांत में भारी लडाई के बीच संदिग्ध क्लोरीन बमों के बारे में खबरों की संख्या में वृद्धि हुई है.
वहां हाल के दिनों में विद्रोहियों ने सरकार के सैनिकों के खिलाफ खासी बढत हासिल की है. विद्रोही लडाकों ने प्रांतीय राजधानी पर कब्जा कर लिया और कुछ सप्ताह बाद वे तुर्की के साथ लगने वाली सीमा के पास स्थित रणनीतिक शहर की ओर बढ गये. सरकार ने अपना नियंत्रण वापस स्थापित करने का संकल्प जताया है.