महकमा में वाहनों की खरीदारी में आयी कमी

आसनसोल: आसनसोल महकमा के निवासियों ने बीते वित्तीय वर्ष 2012-2013 में 379 करोड़ रुपये की राशि वाहन खरीदारी में खर्च किये हैं. विभिन्न प्रकार के 25 हजार से अधिक वाहनों का निबंधन आसनसोल क्षेत्रीय परिवहन पदाधिकारी कार्यालय में कराया गया है. हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष 2011-2012 और 2010-2011 की तुलना में यह संख्या कम है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:35 PM

आसनसोल: आसनसोल महकमा के निवासियों ने बीते वित्तीय वर्ष 2012-2013 में 379 करोड़ रुपये की राशि वाहन खरीदारी में खर्च किये हैं. विभिन्न प्रकार के 25 हजार से अधिक वाहनों का निबंधन आसनसोल क्षेत्रीय परिवहन पदाधिकारी कार्यालय में कराया गया है. हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष 2011-2012 और 2010-2011 की तुलना में यह संख्या कम है. वित्तीय वर्ष 2010-2011 में दो पहिया व चार पहिया वाहनों में 395 करोड़ रुपये खर्च किये थे और वित्तीय वर्ष 2011-2012 में दो व चार पहिया वाहनों में 390 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गयी थी.

चार वर्षो में बदली तस्वीर
एआरटीओ कार्यालय सूत्रों के अनुसार छह वर्ष पहले एक सीरीज के नंबर (10 हजार नंबर) खत्म होने में आठ से 10 माह का समय लगता था. लेकिन बीते चार वर्षो की तुलना की जाये तो एक सीरीज के नंबर खत्म होने में मात्र चार माह का समय लग रहा है. स्पष्ट है कि बीते कुछ वर्षो में वाहन खरीदारों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. लेकिन बीते वित्तीय वर्ष में वाहन खरीदारों की संख्या में दस फीसदी गिरावट रही.

जरूरत बन रहा वाहन
जानकारों का मानना है कि पहले भले ही स्टेटस सिंबल के लिए वाहन की खरीदारी होती थी. लेकिन वर्तमान समय में वाहन आवश्यकता बनते जा रहे हैं. वैश्वीकरण के दौर में हर किसी को अधिक से अधिक कार्य करने पड़ते हैं तथा इनका निष्पादन भी काफी तीव्रता से करना पड़ता है.

प्रतिस्पर्धा हर क्षेत्र और सबसे आगे निकलने की रेस में वाहन अनिवार्यता बनते जा रहे हैं. भले ही महंगाई के कारण वे एकमुश्त राशि का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन वित्तीय संस्थाओं की मौजूदगी ने उनकी परेशानी को आसान बना दिया है. आसानी से लोन मिल जाता है. ऐसे में अपनी जरूरत के अनुसार वाहन खरीद रहे हैं. वाहन कंपनी भी बेहतर सुविधा दे रही है.

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