भूकंप से फिर कांपा नेपाल, भारतीय वायु सेना का राहत और बचाव जारी
काठमांडो : दो सप्ताह पूर्व आए विनाशकारी भूकंप से हुई तबाही के बाद उबरने की कोशिश में लगे नेपाल में आज फिर शक्तिशाली भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 मापी गई है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, चौतारा में इमारत गिरने से चार लोगों की मौत की खबर है. इसके अलावा अलग-अलग […]
काठमांडो : दो सप्ताह पूर्व आए विनाशकारी भूकंप से हुई तबाही के बाद उबरने की कोशिश में लगे नेपाल में आज फिर शक्तिशाली भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 मापी गई है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, चौतारा में इमारत गिरने से चार लोगों की मौत की खबर है. इसके अलावा अलग-अलग जगहों से मिली सूचना के अनुसार अभी तक इस त्रासदी में मरने वालों का आंकड़ा 36 से ज्यादा हो गया है, जबकि घायलों की तादाद भी 1100 को पार कर चुकी है.
भारत के रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर भूकंप के बावजूद नेपाल में राहत और बचाव कार्य में लगातार लगे हुए हैं. आज के ताजा झटकों के बाद लोगों को हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.
#NepalEarthquake: Latest updates
– 29 dead
– 1,006 injured
– 31 of 75 districts affected http://t.co/ZylIlQqPQy pic.twitter.com/vQC7DJJjcB— BBC Breaking News (@BBCBreaking) May 12, 2015
वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर काडमांडू एयरपोर्ट को फिलहाल बंद कर दिया गया है. नेपाल में तीन जगहों पर भूस्खलन की खबर भी है. 17 दिन के अंदर नेपाल में यह दूसरा बड़ा भूकंप है.
Site of bldg collapse in today's quake. Taxi there but unsure if person. American canine SAR team didn't detect scent pic.twitter.com/F5PDoSTLvD
— Kashish Das Shrestha कशिश दास श्रेष्ठ (@kashishds) May 12, 2015
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने बताया कि अपराह्न 12 बजकर 35 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 मापी गई. इसका केंद्र काठमांडो के पूर्व में 18.5 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप का प्रभाव बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के कई शहरो में पडा और पूर्वी एवं पूर्वात्तर भारत के कई इलाकों में इसके झटके महसूस किए गए.
चीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के बाद राजधानी काठमांडो में लोग अपने घरों से बाहर की ओर भागे. नेपाल में 25 अप्रैल को आए 7.9 की तीव्रता वाले भूकंप में 8000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई मकान एवं इमारतें ढह गईं थीं.