आइएस समूह ने अपने नेता अबू बक्र अल-बगदादी का कथित ऑडियो संदेश जारी किया
बेरुत : इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने एक ऑडियो संदेश जारी किया है जिसमें कथित तौर पर उसके नेता अबू बक्र अल-बगदादी की आवाज है. पिछले कई महीनों से उसे सुना या देखा नहीं गया है. इस ऑडियो संदेश को समूह की वेबसाइट पर जारी किया गया है जिसमें बगदादी जैसी आवाज में सभी मुसलमानों […]
बेरुत : इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह ने एक ऑडियो संदेश जारी किया है जिसमें कथित तौर पर उसके नेता अबू बक्र अल-बगदादी की आवाज है. पिछले कई महीनों से उसे सुना या देखा नहीं गया है. इस ऑडियो संदेश को समूह की वेबसाइट पर जारी किया गया है जिसमें बगदादी जैसी आवाज में सभी मुसलमानों से उसके साथ लडाई में शामिल होने का आग्रह किया गया है. अभी इस बात की तत्काल पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह आवाज बगदादी की है या नहीं.
ISIS प्रमुख अबू बक्र अल-बगदादी की मौत की खबर रेडिया ईरान पर आयी
आतंकवादी संगठन आइएसआइएस के प्रमुख अबू बक्र अल-बगदादी की मौत की खबर कुछ दिन पहले ही रेडिया ईरान पर आयी थी. इस संबंध में ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) की ओर से एक ट्वीट किया गया था जिसमें कहा गया था आतंकी बगदागी की मौत हो गयी है जो कुछ दिनों से घायल था.
समाचार पत्र ‘गार्जियन’ की खबर
समाचार पत्र ‘गार्जियन’ ने सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की गयी थी कि खतरनाक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का सरगना आतंकी अबू बकर अल-बगदादी के पश्चिमी इराक में हवाई हमले में बुरी तरह घायल हो गया है. ‘गार्जियन’ ने कहा था कि मार्च में अमेरिका की अगुवाई में यहां जो हवाई हमला किया गया, उसमें बगदादी को गंभीर चोटें आई थी. पहले यह चोट बगदादी के लिए जानलेवा साबित हो रही थी लेकिन कुछ दिनों के बाद उसकी सेहत में सुधार देखा गया था.
नया नेता चुने जाने की खबर
घायल अबु बकर अल बगदादी के अक्षम होने के चलते आतंकवादी समूह की शूरा परिषद के नये नेता चुने जाने की खबर ने मीडिया में कुछ दिन पहले ही जगह बनायी थी. द डेली बीस्ट ने बताया था कि बगदादी को इराक से कडी सुरक्षा में सीरियाई शहर रक्का पहुंचा दिया गया है जो कि इस आतंकवादी संगठन की वास्तविक राजधानी भी है. दो महीने पहले छर्रे लगने से उसकी रीढ की हड्डी टूट गई थी और उसके बायां पैर ने काम करना बंद कर दिया था. कहा जाता है कि बगदादी मानसिक तौर पर अलर्ट है. यद्यपि बगदादी की शारीरिक चोट के कारण तथाकथित इस्लामिक स्टेट की संचालक शूरा परिषद उसकी जिम्मेदारी संभालने वाला एक अस्थायी नेता चुनने के लिए अंतिम फैसला करने का बाध्य है.