काठमांडो : भूकंप प्रभावित नेपाल में राहत अभियान के दौरान दूर दराज के पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त अमेरिकी मरीन हेलीकॉप्टर से आठ सैनिकों के शव मिले हैं. सभी शव झुलसी हुई हालत में थे. वहीं नेपाल में आज मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए. नवीनतम 5.5 की तीव्रता के भूकंप के बाद का झटका सीमापार भारत और बांग्लादेश में महसूस किया गया जिससे नेपाल के लोगों में फिर से दहशत उत्पन्न हो गई.
नेपाल में लोग तीन सप्ताह से अधिक समय से खुले में रहने को मजबूर हैं. इससे पहले आज भूकंप के सात झटके महसूस किये गये और गत मंगलवार को आये भूकंप में मरने वालों की संख्या बढकर 136 हो गई है. नेपाल सेना की बचाव टीम ने यूएस मरीन कोर यूएच-1 का मलबा पर्वतीय ढाल पर कल देखा.
यह हेलीकॉप्टर मंगलवार से सिंधुपालचौक जिले में गोरथली गांव के दूर दराज के क्षेत्र में लापता हो गया था. उस समय दूसरा जोरदार झटका आया था. कल मलबे का पता लगने के तत्काल बाद आठ में से तीन शव पाए गए थे. नेपाल सेना ने बताया कि वियतनाम युद्ध काल के हेलीकॉप्टर के हिस्से करीब 11,200 फुट की ऊंचाई पर बिखरे हुए पाये गये. नेपाल सेना ने एक बयान में बताया कि दुर्घटना स्थल से सभी आठ शव मिल गये हैं, ये सभी झुलसे हुए हैं और इनकी पहचान नहीं हो पाई है.
नेपाल सेना के प्रवक्ता जगदीश पोखरियाल ने बताया कि शवों को जल्द ही काठमांडो भेज दिया जाएगा. हेलीकॉप्टर में नेपाल सेना के दो कर्मी और छह अमेरिकी मरीन सवार थे. ये लोग चरीकोट और दोलाखा जिलों में राहत अभियान के लिए जा रहे थे. ये दोनों जिले भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हैं. हेलीकाप्टर सिंधुपालचौक के पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.