अपनी हर फिल्म में गाने की कोशिश

‘पानी दा रंग’ और ‘साडी गली आना’ जैसे गीतों से लोगों का दिल जीतने वाले अभिनेता व गायक आयुष्मान खुराना अब अपना पहला सिंगल गीत ‘ओ हीरिये’ लांच कर रहे हैं. किशोर कुमार को आइडल माननेवाले आयुष्मान इस गाने को अपने जन्मदिन यानी 14 सितंबर को रिलीज करेंगे. उर्मिला से हुई बातचीत के प्रमुख अंश: […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2013 8:54 AM

‘पानी दा रंग’ और ‘साडी गली आना’ जैसे गीतों से लोगों का दिल जीतने वाले अभिनेता व गायक आयुष्मान खुराना अब अपना पहला सिंगल गीत ‘ओ हीरिये’ लांच कर रहे हैं. किशोर कुमार को आइडल माननेवाले आयुष्मान इस गाने को अपने जन्मदिन यानी 14 सितंबर को रिलीज करेंगे. उर्मिला से हुई बातचीत के प्रमुख अंश:

प्रियंका चोपड़ा से प्रभावित होकर कहीं आपने यह सोलो गीत लांच करने के बारे में तो नहीं सोचा?

मुझे नहीं लगता कि मेरे लिए यह बात की जानी चाहिए. मैं सिंगर भी हूं, यह सभी जानते हैं. जहां तक बात प्रियंका की है, तो उनका एलबम इंटरनेशनल है, जबकि मेरा गीत अपनी मिट्टी की खुशबू लिए हुए है. मैं अपने गीत-संगीत से लोगों से जुड़ना चाहता हूं.

क्या वजह रही जो एलबम के बजाय सिर्फ सोलो गीत?

( बीच में रोकते हुए) भारत में प्राइवेट एलबम का मार्केट ज्यादा अच्छा नहीं है. यही वजह है कि सोलो गीत ही अच्छा होगा.

गाने का आइडिया कहां से आया? यशराज वालों की पहल थी कि आप एक सोलो गीत निकाले या आपने कहा.

इस सोलो गीत को मैंने हाल ही में लिखा है. इस गाने का आइडिया मुझे मुंबई से पुणो जाते हुए एक्सप्रेस हाइवे पर आया था. फिर मैंने स्कूल फ्रेंड रोचक से बात मिल कर इसे गाने की शक्ल दी और कंपोज कर दिया. यह यशराज का आइडिया था.

आपके गीत हमेशा पंजाबी ही क्यों होते हैं?

मैं पंजाबी हूं, इसलिए इस भाषा में ज्यादा सहज होता हूं. वैसे ओ हीरिये में हिंदी शब्द भी बहुत सारे हैं. इसके अलावा मैं बतौर सिंगर बहुत ज्यादा वर्सटाइल नहीं हूं. मेरी आवाज इस तरह के गीतों में ही जंचती है.

क्या शुरुआत में आप सिंगर बनना चाहते थे?

मैं हमेशा से एक्टर ही बनना चाहता था. गायकी और संगीत से मेरा जुड़ाव शौकिया तौर पर हुआ था. मेरे पापा बांसुरी बहुत अच्छा बजा लेते हैं. मैं गिटार अच्छा बजा लेता हूं.

उम्मीद करता हूं कि मैं इससे और ज्यादा अच्छा बजा सकूं.

सिंगिंग की आपने कोई ट्रेनिंग भी ली है?

मैंने चार साल की उम्र से ही क्लासिकल सिंगिंग की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी थी लेकिन मैं ज्यादा दिनों तक उसे जारी नहीं रख पाया. यही मुझसे सबसे बड़ी गलती हो गयी थी. अगर मैंने क्लासिकल सीखा होता तो शायद आज बात कुछ और होता, लेकिन फिर भी मैं गायकी को इंज्वॉय करता हूं. मेरी कोशिश यही है कि मैं ज्यादा से ज्यादा अपनी फिल्मों में गाने गा सकूं. कम से कम एक तो जरूर.

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