दक्षिण कोरिया में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं विकास की जड़ी बूटी लेकर बढ़ रहा हूं

सोल : अपने तीन देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह साऊथ कोरिया पहुंचे. उन्होंने यहां रह रहे भारतीयों को संबोधित किया. भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपसे मिलने के साथ ही अपनी दक्षिण कोरिया की यात्रा शुरू कर रहा हूं. उन्होंनेक्यूंग ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2015 10:56 AM

सोल : अपने तीन देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह साऊथ कोरिया पहुंचे. उन्होंने यहां रह रहे भारतीयों को संबोधित किया. भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं आपसे मिलने के साथ ही अपनी दक्षिण कोरिया की यात्रा शुरू कर रहा हूं.

उन्होंनेक्यूंग ही यूनिवर्सिटी में भारतीय समुदाय के लोगों से कहा कि विकास का रास्ता कठिन है, लेकिन मैं पत्थर पर लकीर खींचने की बात करता हूं. मैं जानता हूं कि रास्ता कठिन है लेकिन मैं विकास नाम की जड़ी बूटी लेकर बढ़ रहा हूं. मेरे इस कार्य से देश का मूड बदल रहा है. भारत के लोगों ने समस्या का हल खोज लिया है.स्वागत समारोह के बाद नरेंद्र मोदी ने कोरियाई राष्ट्रपति राष्ट्रपति पार्क ग्युन हाय से मुलाकात की.

इससे पहले दक्षिण कोरिया पहुंचने के बाद सोल एयरपोर्ट पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया. इस संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि सुबह की शांति के साथ प्रधानमंत्री ने सोल एयरपोर्ट पर कदम रखा है. सोल एयरपोर्ट से वे सीधे राष्‍ट्रीय वीरों को श्रद्धांजलि देने नेशनल सिमेट्री पहुंचे.

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यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साऊथ कोरिया के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे साथ ही वे संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से भी मिलेंगे. मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों में कई समझौते होने की उम्मीद जतायी जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों देशों में मेक इन इंडिया पर भी सहमति बन सकती है. उलनबटोर से उड़ान भरने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर वॉल पर मंगोलिया को स्वागत के लिए धन्यवाद किया. उन्होंने लिखा कि मैं यहां से बहुत सारी यादें ले जा रहा हूं. मैंने यहां आनंद पूर्वक अपने दो दिन बिताये. यह एक ऐतिहासिक दौरा रहा.

इससे पहले भारत ने रविवार को मंगोलिया को उसके बुनियादी ढांचा विकास में सहयोग के लिए एक अरब डॉलर की ऋण सुविधा की घोषणा की है. साथ ही संबंधों को ‘सामरिक गंठजोड़’ के स्तर तक ले जाने और रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने पर सहमति व्यक्त की. दोनों देशों ने सीमा सुरक्षा के लिए सहयोग बढ़ाने व असैन्य परमाणु क्षेत्र, खनन जैसे क्षेत्रों में भी व्यापक संभावनाओं को तलाशने का फैसला किया है.

दक्षिण कोरिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन देशों की यात्रा का तीसरा और आखिरी पड़ाव है. इस देश की तकनीक की दुनिया दीवानी है. भारत उससे तकनीक और रक्षा क्षेत्र में निवेश चाहता है. इन दो देशों के संबंधों की प्रगाढ़ता से एशिया में चीन की धमक पर लगाम लग सकेगी, जिससे दोनों को फायदा होगा.

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