यौन हमलों से बचायेगी अदृश्य डिवाइस
खोज :माता अमृतानंदमयी मठ ने तैयार किया अमृता पर्सनल सेफ्टी सिस्टम नयी दिल्ली : महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूं तो कई मोबाइल फोन एप्लीकेशंस ईजाद किये जा चुके हैं, जो संकट की स्थिति में एक बटन दबाने पर करीबी लोगों को सूचित करता है. लेकिन अगर मोबाइल फोन हाथ से छूट गया तो क्या […]
खोज :माता अमृतानंदमयी मठ ने तैयार किया अमृता पर्सनल सेफ्टी सिस्टम
नयी दिल्ली : महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूं तो कई मोबाइल फोन एप्लीकेशंस ईजाद किये जा चुके हैं, जो संकट की स्थिति में एक बटन दबाने पर करीबी लोगों को सूचित करता है. लेकिन अगर मोबाइल फोन हाथ से छूट गया तो क्या होगा? ऐसी ही खोज में जुटे केरल के युवा साइबर पेशवरों ने एपीएसएस डिवाइस ईजाद की है, जो महिलाओं की सुरक्षा करेगी. माइक्रोचिप पर आधारित यह डिवाइस आपकी अंगूठी, बाली सहित किसी भी चीज में छिपायी जा सकती है. ऐसे में यह आपके साथ तो रहती है, पर किसी दूसरे शख्स को दिखायी नहीं देती. यह एक बटन दबाने पर वॉयस कॉल या एसएमएस से तुरंत कई स्थानों पर संवाद कायम करने के साथ पुलिस स्टेशन, अस्पताल और फायर स्टेशन को स्वचलित सूचना प्रदान कर देगी.
प्रत्यक्ष तौर पर अदृश्य रहेगी
माता अमृतानंदमयी मठ के अमृता पर्सनल सेफ्टी सिस्टम (एपीएसएस) की मदद से साइबर एक्सपर्ट ने इसे तैयार किया है. यौन अपराधियों से बचने के लिए महिलाओं को अब मिर्ची पाउडर या स्प्रे रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी. कोल्लम स्थित अमृता विश्वविद्यालय के साइबर प्रणाली एवं नेटवर्क केंद्र की निदेशक डॉ कृष्णाश्री अच्युतन ने बताया कि एपीएसएस एक दिखायी नहीं देने वाली, पहनने योग्य और आसानी से संचालित इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. उन्होंने बताया कि अम्मा के नाम से मशहूर माता अमृतानंदमयी ने 16 दिसंबर की दिल्ली की घटना व महिलाओं प्रति बढ़ते अपराधों को लेकर इस तरह की डिवाइस को तैयार करने का निर्देश दिया था.
कीमत 500 से 1000 रुपये के बीच
बताया जाता है कि इस डिवाइस का सफल प्रयोग तो कर लिया गया है, लेकिन इसकी लॉंचिंग के समय अम्मा ही इसकी सभी विशेषता के बारे में बतायेंगी. बताया जाता है कि इसकी कीमत आम महिलाओं की भी पहुंच के भीतर 500 से 1000 रुपये के बीच होगी. 27 सितंबर को माता अमृतानंदमयी के जन्मदिन पर इस डिवाइस की लॉंचिंग की जायेगी. 29 अमेरिकी पेटेंट की लेखिका डॉ अच्युतन के अनुसार, 15 से अधिक सुविधाओं से युक्त इस डिवाइस को मानसिक रूप से विकलांग लोगों के सुरक्षा कवच के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
अनूठी है तकनीक
इस डिवाइस को एक बाली, अंगूठी या अन्य किसी भी एक्सेसरीज में आसानी से छिपाकर लगाया जा सकता है. इलेक्ट्रॉनिक चिप के जरिये संचालित इस डिवाइस में कुछ नंबर फीड किये जा सकेंगे और एक बटन दबाकर वॉयस मेल के जरिये खतरे के समय युवती सभी नंबरों पर एक साथ सूचना दे सकेगी. इस डिवाइस को जल्द ही ऐसी प्रौद्योगिकी से लैस किया जायेगा, जिससे घटनाओं की वीडियो टेपिंग भी हो सके. इस डिवाइस की विशेषता यह भी है कि वह ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में भी काम करेगी जहां संचार की गति काफी कम है.