छह साल की बच्ची चाहती है कक्षा छह में नामांकन
सरैयाहाट (दुमका) : कहते हैं कि प्रतिभा को किसी देश, काल व परिस्थिति की परिधि से नहीं बांधा जा सकता है. मेधावी छात्र कहीं भी रह कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लेती है. दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड अंतर्गत चेराजोर गांव में रह रही छह वर्षीय नंदन प्रिया विलक्षण प्रतिभा की धनी है. वह […]
सरैयाहाट (दुमका) : कहते हैं कि प्रतिभा को किसी देश, काल व परिस्थिति की परिधि से नहीं बांधा जा सकता है. मेधावी छात्र कहीं भी रह कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लेती है. दुमका जिले के सरैयाहाट प्रखंड अंतर्गत चेराजोर गांव में रह रही छह वर्षीय नंदन प्रिया विलक्षण प्रतिभा की धनी है.
वह अभी उत्क्रमित मध्य विद्यालय चोराजोर में कक्षा दो में पढ़ रही है. लेकिन, वर्ग छह के विषय हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत धारा प्रवाह बोल व पढ़ सकती है. विद्यालय के शिक्षक भी उसकी प्रतिभा को देख कर दंग हैं. उसकी प्रतिभा यहां पर पूरी तरह से निखर नहीं पा रही है.
जन्म के बाद ही पिता ने मां के साथ घर से निकाला
मूलत: नवगछिया की रहनेवाली नंदन प्रिया को जन्म के बाद ही उसके पिता ने मां के साथ घर से निकाल दिया था. तभी से वह अपने नाना विद्यानंद साह के घर सरैयाहाट चोराजोर गांव में ही रह रही है.
लेकिन नाना की आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से वह बच्ची का नामांकन अच्छे विद्यालय में नहीं करा पा रहे हैं. अब बच्ची वर्ग छह में अपना नामांकन कराना चाहती है, लेकिन इसमें बच्ची की उम्र आड़े आ रही है. परिजनों ने बच्ची का नामांकन कक्षा छह में कराने की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक को एक आवेदन दिया है, लेकिन अधिकारियों द्वारा अब तक इस ओर कोई पहल नहीं की गयी है.