तोक्यो : बीते दिनों नेपाल में आये भूकंप के बाद सोमवार को तोक्यो में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किया गये. जिसकी वजह से वहां की इमारते हिलने लगी और शहर की सबवे प्रणाली थोड़े समय के लिए बाधित हो गयी. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के वैज्ञानिकों के अनुसार, भूकंप से सूनामी का कोई खतरा नहीं हैं और इसकी तीव्रता 5.3 दर्ज की गयी है. इससे पहले जापान के मौसम वैज्ञानिकों ने इसे 5.6 तीव्रता का बताया था.
भूकंप के साथ ही नारिता हवाई अड्डे के दोनों रनवे, तोक्यो के मुख्य अंतरराष्ट्रीय गेटवे को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था ताकि कर्मचारी किसी प्रकार की क्षति का पता लगा सकें, हालांकि भूकंप से कुछ भी प्रभावित नहीं हुआ. भूकंप के झटके आने पर इमारतें हिलने लगीं और वहां चेतावनी जारी कर दी गयी. यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र तोक्यो महानगर के उत्तर में सिर्फ 34 किलोमीटर की दूरी पर था, जो कि दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से एक है. और इसकी गहराई 35 किलोमीटर पर थी.
राष्ट्रीय प्रसारक एनएचके ने खबर दी कि राजधानी के आसपास के एक बड़े क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किये गये. हालांकि, क्षेत्र में बंद पड़े किसी भी परमाणु बिजली स्टेशन समेत वहां के किसी भी स्थान पर किसी के घायल होने या किसी प्रकार की क्षति की कोई खबर नहीं है. वर्ष 2011 में देश के पूर्वोत्तर तट पर 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था जिसके कारण सूनामी के आने से एक बड़े क्षेत्र को भारी तबाही ङोलनी पड़ी थी. मालूम हो कि बीते दिनों नेपाल में आये उच्च तीव्रता वाले भूकंप के झटकों से वहां बहुत नुकसान पहुंचा है. नेपाल के लोग अभी भी भूकंप को लेकर सहमे हुए हैं.