शहर में इमरजेंसी पिल की बिक्री बढ़ी
गर्भनिरोधक दवाएं बगैर सलाह के खतरनाक रांची : राजधानी रांची में हाल के कुछ वर्षो में इमरजेंसी कंट्रासेप्टिव पिल की बिक्री तेजी से बढ़ी है. रांची के बड़े मेडिसीन होलसेलर द्वारा प्रतिदिन 1000 से 1500 स्ट्रीप्स (दवा का पत्ता) रोज रिटेलर तक पहुंच रहे हैं. स्थानीय रिटेलर एवं दवा विक्रेता के अनुसार शहर में रोज […]
गर्भनिरोधक दवाएं बगैर सलाह के खतरनाक
रांची : राजधानी रांची में हाल के कुछ वर्षो में इमरजेंसी कंट्रासेप्टिव पिल की बिक्री तेजी से बढ़ी है. रांची के बड़े मेडिसीन होलसेलर द्वारा प्रतिदिन 1000 से 1500 स्ट्रीप्स (दवा का पत्ता) रोज रिटेलर तक पहुंच रहे हैं. स्थानीय रिटेलर एवं दवा विक्रेता के अनुसार शहर में रोज हजार से 1500 स्ट्रीप्स की बिक्री होती है. महीने में 18000 से 25000 तक बिक्री हो जाती है. वहीं पूरे साल में ढाई लाख स्ट्रीप्स की बिक्री होती है. 19 से 30 आयु वर्ग की युवतियों और महिलाओं के बीच इन गोलियों का ज्यादा सेवन किया जा रहा है. मेडिकल दुकानों में आसानी से उपलब्ध आइ-पिल और अनवांटेड 72 इमरजेंसी कंट्रासेप्टिव पिल की बिक्री हाल में काफी बढ़ी है. चिकित्सकों की मानें तो ऐसी गर्भ निरोधक गोलियों के साइडइफेक्ट ज्यादा है. इन गोलियों को खुदरा बिक्रेता गुप्त रूप से बेचते हैं. इन गोलियों की बिक्री सबसे ज्यादा सकरुलर रोड, लालपुर, बरियातू, बूटी मोड़, हिंदपीढ़ी , डोरंडा , हिनू क्षेत्र में ज्यादा है.
आमतौर पर इन गोलियों का अखबारों-टीवी में प्रचार देख महिलाएं-युवतियां बगैर चिकित्सा की सलाह से इसका सेवन कर लेती है. गर्भ निरोधक एवं गर्भपात के लिए डॉक्टर द्वारा लिखी जाने वाली दवाइयां अलग होती है. गर्भ निरोध के लिए डॉक्टर ओसी पिल्स लिखते हैं, जबकि महिलाएं जानकारी के अभाव में एमटी पिल्स का प्रयोग कर लेती है. इन गोलियों का साइडइफेक्ट बहुत ज्यादा है. वहीं, प्रेग्नेंसी टेस्ट किट की बिक्री भी बढ़ गयी है.
गर्भ निरोधक गोलियों के सेवन से मासिक धर्म में गड़बड़ी आ जाती है. डॉक्टर गर्भपात के सही तरीके बताते हैं. इमरजेंसी कंट्रासेप्टिव पिल्स से बस गर्भधारण होने से रोका जा सकता है, वो भी 72 घंटे के अंदर. इसका त्वरित सेवन ही कारगर होता है. कई बार इसके प्रयोग के बाद भी गर्भ ठहर जाता है. प्रेग्नेंसी टेस्ट कीट 100 प्रतिशत सेफ नहीं होता. डॉक्टर के चेकअप के बाद ही गर्भ ठहरने का सही पता चल सकता है.
डॉ शोभा चक्रवर्ती,
वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ
एक दिन में करीब 10 से 12 आइपील एवं अनवांटेड 72 कंट्रासेप्टिव इमरजेंसी पिल की बिक्री हो जाती है. राजधानी की ज्यादातर 19 वर्ष से 30 वर्ष की युवतियां और महिलाएं इसका ज्यादा सेवन कर रही हैं.
हनी, विक्रेता मेडिकल शॉप