घने जंगलों में पेड़–पौधे किस तरह से कार्बन का अवशोषण करते हैं, वैज्ञानिकों ने इस बारे में पता लगाया है. पेड़ों की प्रजातियों की एक खास समूह और एक ऐसा बैक्टीरिया, जो वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करता है, दोनों के बीच एक खास किस्म का घरेलू संबंध पाया गया है.
‘साइंस डेली’ की एक खबर में बताया गया है कि जीवाश्म ईंधनों से वायुमंडल में पैदा होनेवाले कार्बन को निबटाने में ऊष्णकटिबंधीय जंगलों का बेहद योगदान है. खासकर इन जंगलों में पाये जानेवाले विविध प्रकार के पेड़ों के होने से यह सही तरीके से हो पाता है. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये एक अध्ययन में यह पाया गया कि फलीदार परिवार के पेड़ों और कार्बन को निबटानेवाले एक खास प्रकार के ‘राइजोबिया’ बैक्टीरिया से वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण हो पाता है.
शोधकर्ताओं ने पाया है कि प्रति हेक्टेयर (2.47 एकड़) भूमि पर मौजूद इन फलीदार पेड़ों में तकरीबन 50 मीट्रिक टन तक कार्बन को अवशोषित करने की क्षमता है. इससे लगभग 185 टन कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण होता है.