भारत-पाकिस्तान संबंधों में आतंकवाद है ”केंद्रीय मुद्दा”

इस्लामाबाद : पिछले कई वर्षों से खराब संबंधों के बीच कई बार विभिन्‍न प्रधानमंत्रियों की ओर से पाकिस्‍तान के साथ भारत के संबंध बेहतर करने के प्रयास किये गये. इस बीच हर बार आतंकवाद प्रमुख मुद्दा बनकर सामने आया जिसकी वजह से भारत और पाकिस्‍तान के संबंध सामान्‍य नहीं हो पाए. एक बार फिर भारत-पाक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2015 3:42 PM

इस्लामाबाद : पिछले कई वर्षों से खराब संबंधों के बीच कई बार विभिन्‍न प्रधानमंत्रियों की ओर से पाकिस्‍तान के साथ भारत के संबंध बेहतर करने के प्रयास किये गये. इस बीच हर बार आतंकवाद प्रमुख मुद्दा बनकर सामने आया जिसकी वजह से भारत और पाकिस्‍तान के संबंध सामान्‍य नहीं हो पाए.

एक बार फिर भारत-पाक संबंधों को सामान्य होने से रोकने में आतंकवाद को केंद्रीय मुद्दा बताते हुए पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त ने कहा है कि भारत की नयी सरकार सभी पडोसी देशों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की इच्छुक है. उच्चायुक्त टीसीए राघवन ने कहा कि आतंकवाद ऐसा ‘केंद्रीय मुद्दा’ है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में अवरोधक बना हुआ है.

‘इतिहास एवं कूटनीति : भारत-पाकिस्तान संबंधों के संदर्भ में’ विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘पडोसी देशों के बीच संबंध हमेशा मुश्किल होते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंध अपवाद नहीं हैं.’ उन्होंने कहा, ‘नीति के शब्दों में कहें तो पसंद हमारी है.’ राघवन ने कहा, ‘लेकिन चीजें सुधर सकती हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम भविष्य में किस तरह की नीतियां बनाते हैं.’ द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नयी सरकार ने पडोसी देशों को बहुत महत्व दिया है.

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